होशंगाबाद: रायसेन जिले के बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर मिले युवक (Raisen B Tech Student Nishank Rathore Case) का आज सिवनी मालवा में अंतिम संस्कार कर दिया गया. घटना के दूसरे दिन भी घर में ही नहीं पूरे मोहल्ले में मातम छाया है. निशांक की बहन अंजलि और दीक्षा दोनों भोपाल में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं. इस घटना से राठौर परिवार में असहनीय वज्रपात हुआ है. जिससे एक पल में पूरा परिवार बिखर गया है.


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परिजनों ने आत्महत्या को लेकर सवाल खड़े किए 


निशांक के पिता और बहनों ने मौत पर सवाल उठाए. पिता ने कहा मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता, उसने 480 रुपये का पेट्रोल क्यों भरवाया. बहनों ने कहा इकलौता भाई हमारा था, वह आत्महत्या नहीं कर सकता. परिजनों ने सीएम शिवराज से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. मामले में रायसेन जिले के बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर मिले युवक के शव और विवादित पोस्ट के मामले में परिजनों ने आत्महत्या को लेकर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि हमारे बेटे में कोई कमी नहीं थी, वह आत्महत्या क्यों करेगा? यदि हां, तो शव से कुछ दूरी पर 480 रुपए का पेट्रोल क्यों भरवाया? सीसीटीवी फुटेज भी शव से काफी दूर है, ऐसे में परिजन भी किसी के पीछा किए जाने की आशंका जता रहे हैं.


परिजन और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल
निशांक की मौत की घटना को करीब 48 घंटे बीत चुके हैं. भाई की याद में परिजन और दोनों बहनों का आज भी रो-रोकर बुरा हाल है, हर पल बहनों को भाई की याद सता रही हैं. घटना के दूसरे दिन भी घर में ही नहीं पूरे मोहल्ले में मातम छाया है. निशांक की बहन अंजलि और दीक्षा दोनों भोपाल में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं. इस घटना से राठौर परिवार पर असहनीय वज्रपात हुआ है, जिससे पल भर में पूरा परिवार बिखर गया है.



पूरा मामला दो दिन पहले का है, जहां सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद भोपाल में रहने वाले सिवनी मालवा निवासी 20 वर्षीय निशांक राठौर का शव बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर मिला था. सिवनी मालवा निवासी निशांक राठौर के अंतिम संस्कार के बाद परिजनों ने साफ शब्दों में कहा कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. बहनों ने कहा कि हमारा भाई कायर नहीं था जो इस तरह आत्महत्या कर लेता है, उसके साथ कुछ अनहोनी हो गई है.


निशांक के पिता उमाशंकर राठौर ने कहा कि मेरे बेटे पर आत्महत्या करने का जो कलंक लगाया गया है वह गलत है, मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. निशांक के असामयिक निधन की खबर जिसने भी सुनी वह स्तब्ध रह गया. परिजनों से मिलने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. सुरक्षा के मद्देनजर मंगलवार को भी शहर में पुलिस बल तैनात है.