चन्द्रशेखर सोलंकी/रतलाम: आज 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर देश में अलग-अलग जगह पर कई तरह के आयोजन हो रहे हैं, जिसमें गांधी जी के विचारों को लेकर उनको याद किया जा रहा है. वहीं रतलाम जिले में एक ऐसे शख्स हैं, जिनकें पास गांधीजी के डाक टकटों का बड़ा संग्रहण है. इन टिकटों में देश ही नहीं विदेशों के भी डाक टिकट शामिल हैं. इन टिकटों में सबसे खास गांधीजी के खादी पर बना टिकट भी इनके पास मौजूद है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें कि शैलेन्द्र निगम को उनके शौक ने फिलेटेलिस्ट के लिए सम्मानित भी करवाया. आज शैलेन्द्र निगम को जानने वाले उनके पास आते है और उनके इस कलेक्शन को देखते है और इस कलेक्शन के माध्यम से समय के साथ हुए बदलाव को समझते है.


दरअसल रतलाम के रिटायर्ड शासकीय कर्मचारी, शैलेन्द्र निगम को कई सालों से डाक टिकट कलेक्शन करके रखने का शौक था. उनके बड़े भाई भी इसी तरह डाक टिकट संग्रहण करते थे, लेकिन शैलेन्द्र निगम में इस डाक टिकट के संग्रहण के लिए ज्यादा जोश था. उन्होंने इन डाक टिकट संग्रहण की बड़ी श्रंखला बनाई, जिसके चलते शैलेन्द्र निगम के पास आज लाखों डाक टिकट का संग्रहण है और इसमें गांधीजी के डाक टिकट को लेकर एक से बढ़कर एक अनोखे डाक टिकट शामिल हैं.


ये भी पढ़ेंः Gandhi Jayanti 2022: गांधी जयंती पर शेयर करें बापू के ये अनमोल विचार, ऐसे दें शुभकामनाएं


रतलाम में शैलेन्द्र निगम का कलेक्शन इतना बड़ा है कि उनका घर एक संग्रहालय से कम नहीं है. गांधीजी के डाक टिकट के अलावा रतलाम रियासत से जुड़े दस्तावेज स्टाम्प भी निगम के पास मौजूद है. वहीं दुनियाभर के डाक टिकट शैलेन्द्र निगम के पास मौजूद है. हालात यह कि अब इस संग्रहण को संभालने के लिए एक मोटा खर्च भी शैलेन्द्र निगम को करना पड़ रहा है. इसलिए शेलेन्द्र निगम अब सरकार से गुहार करते है कि इस तरह के संग्रहण को लेकर एक संग्रहालय बनाये, जिससे शेलेन्द्र निगम अपने इस संग्रहण को समर्पित कर सकें.