चंद्रशेखर सोलंकी/रतलामः नवरात्रि (Navratri) का समय चल रहा है. मध्य प्रदेश के नवरात्रि में मां के प्राचीन मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा है. जिले के सातरूंडा में पहाड़ी पर स्थित मां कंवलका ( maa kavalka) माता मंदिर पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. बड़ी आस्था श्रद्धा के साथ ऊंची पहाड़ी पर श्रद्धालु पहुंचकर मां कंवलका से अपनी मन्नत मांग रहे हैं, तो कुछ अपनी मन्नत पूरी होने पर मा को धन्यवाद देने आ रहे हैं. मां कंवलका को यहां खास मदिरा का प्याला चढ़ाए जाने की परंपरा है.


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अज्ञातवास के दौरान आए थे भीम
नवरात्रि के समय श्रद्धालु यहां आकर मां को प्रसन्न करने के लिए नाचते और जयकारा लगाते है. मां कंवलका माता के साथ यहां पूरा परिवार विराजमान है. कंवलका माता के साथ कालिका माता, परचों शिवलिंग व भैरव प्रतिमा भी यहां विराजमान है. मंदिर को लेकर कहा जाता है. भीम अपने अज्ञातवास के दौरान यहां आए थे और उनकी गाय यहां से खो गई थी. जिस पर अपनी गाय खोजने के लिए भीम ने अपनी विशाल मुठ्ठियों से डेढ़ मुठ्ठी मिट्टी से इस पहाड़ी का निर्माण किया था और इस पहाड़ी पर चढ़कर अपनी गायों को खोजा था. तभी से यहां पहाड़ी पर मंदिर के नीचे भेसासरी माता भी विराजमान है.


5 करोड़ की लागत से बन रहा है मार्ग
पहाड़ी पर आने जाने के लिए सीढ़िया है, जो काफी ऊंचाई तक जाती है. ऐसे में ज्यादा बुजुर्ग और असमर्थ श्रद्धालु मां के दर्शन नहीं कर पाते थे. लेकिन अब यहां 5 किलोमीटर सड़क का निर्माण शुरू हो गया है. 5 करोड़ की लागत से यह निर्माण किया जा रहा है. कच्चा मार्ग बनकर तैयार है नवरात्रि में श्रद्धालु इसी मार्ग से अपने वाहनों के साथ पहाड़ी पर आ रहे हैं. जल्द ही इस मार्ग का पक्का निर्माण भी शुरू हो जायेगा. लेकिन इस मार्ग के बनाने से अब यहां श्रद्धालुओ की संख्या बढ़ने लगेगी और ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु इस मार्ग से अब ऊपर पहाड़ी पर अपने वाहनों से आ जा सकेंगे. ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने बताया कि काफी समय से क्षेत्र वाईयों की मांग के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने इस मार्ग की मंजूरी दी और कार्य प्रारंभ हुआ है.


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