PAK आतंकवाद का 'पावर हाउस', फिर भी बना UNSC का सदस्य; ये भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों?

 Pakistan UNSC Member: पाकिस्तान UNSC का अस्थायी मेंबर बन गया है. यह UNSC में पाक का 8वां कार्यकाल है. जुलाई 2025 में पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भी करेगा. ये भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों है, चलिए समझते हैं.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Jan 1, 2025, 10:05 PM IST
  • TTP से बदला ले सकता है पाक
  • फिर अलाप सकता है कश्मीर राग
PAK आतंकवाद का 'पावर हाउस', फिर भी बना UNSC का सदस्य; ये भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों?

नई दिल्ली: Pakistan UNSC Member: नए साल पर पाकिस्तान को खुशखबरी मिली है, जबकि भारत का टेंशन बढ़ गया है. पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अस्थायी सदस्य बन गया है. पाक का UNSC के सदस्य के तौर पर दो साल का कार्यकाल है. यह UNSC में पाकिस्तान का आठवां कार्यकाल है. पाकिस्तान इसी साल जुलाई में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भी करेगा. ये भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों है, चलिए समझते हैं...

पाकिस्तान के पास आया पावर
पाकिस्तान UN में इस्लामिक स्टेट और अलकायदा प्रतिबंध समिति में भी सीट पाने वाला है. पाक उस कमेटी में शामिल होगा, जो व्यक्तियों और समूहों को आतंकवादी के रूप में नामित करने और उनको बैन करने का कम करती है. खास बात ये है कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का 'पावर हाउस' है. पाकिस्तान के कई नागरिकों को वैश्विक संगठनों द्वारा आतंकवादी घोषित किया जा चुका है, अब ऐसा देश दूसरों को आतंकी घोषित करेगा तो कैसा लगेगा?

TTP की कमर तोड़ेगा पाक
पाकिस्तान का तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ गतिरोध चल रहा है. ऐसे में पाक UN से मिलने वाले पावर का अफगानिस्तान के खिलाफ गलत इस्तेमाल कर सकता है. इसके अलावा, TTP की कमर तोड़ने का भी पाक के पास अच्छा मौक़ा होगा. अफगानिस्तान के मुकाबले पाक का पलड़ा भारी लग रहा है.

भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों?
पाकिस्तान भारत के खिलाफ UN के मंच के जरिये प्रोपेगेंडा फैला सकता है. भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी भी कर सकता है. भारत के लिए सबसे अधिक चिंता की बात ये है कि पाकिस्तान UNSC का सदस्य बनकर वैश्विक स्तर पर एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठा सकता है. पाकिस्तान के यूएन राजदूत मुनीर अकरम स्टैंड भारत विरोधी रहा है. अकरम ने कहा था- हम कश्मीरियों की दुर्दशा को दिखाना जारी रखेंगे. अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसके  लिए ठोस कदम उठाने की मांग करेंगे.
 
भारत के लिए ये राहत की बात
UNSC में 5 स्थायी सदस्य हैं, जो किसी भी मुद्दे पर वीटो कर सकते हैं. लेकिन पाकिस्तान अस्थायी सदस्य बना है, लिहाजा उसके पास वीटो पावर नहीं होगा. पाकिस्तान किसी प्रस्ताव पर वोट कर सकता है या उसका विरोध कर सकता है. लेकिन किसी भी प्रस्ताव को रोकने का अधिकार पाक के पास नहीं होगा. 

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