संजय लोहानी/सतना: कहा जाता है कि एक मां अपने बच्चों के लिए अपनी जान देने को हमेशा तैयार रहती है, लेकिन जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है.दरअसल एक निर्दयी मां को अपने जिगर के टुकड़े को अपने से अलग करने पर एक बार भी कलेजा नहीं कांपा.सतना में एक कलियुगी मां ने अपनी जिस औलाद को 9 माह तक अपनी कोख में रखा उसी को जुदा करने में एक पल भी नहीं सोचा.


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प्रसव वेदना की वजह से सरस्वती कोरी अस्पताल में भर्ती हुई
दरअसल हम बात कर रहे हैं,सतना के सरदार वल्लभभाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय (Sardar Vallabhbhai Patel Government District Hospital of Satna) की जहां एक मां ने अपनी बच्ची को जन्मते ही छोड़कर चली गई. 8 नवम्बर को 22 साल की कथित सरस्वती कोरी (Saraswati Kori) प्रसव वेदना की वजह से जिला अस्पताल के मेटरनिटी विंग में भर्ती होती है. जिला चिकित्सालय में उसने अपने पति का नाम गोलू कोरी दर्ज कराया था और सामान्य प्रसव के बाद सरस्वती ने बच्ची को जन्म दिया. बता दें कि 1 किलो 300 ग्राम वजन की होने से बच्ची की हालत नाजुक थी.लिहाजा उसे जिला अस्पताल के स्पेशल केयर न्यूनेटल यूनिट (एससीएनयू) में एडमिट कराया गया.


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महिला एससीएनयू पहुंचने के बजाय हॉस्पिटल से गायब हो गई
मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि सरस्वती के साथ मौजूद मां ने लेबर रूम में अपना और नवजात का रिश्ता नानी बताया तो एससीएनयू के रिकॉर्ड में दादी होना दर्ज कराया. वहीं निवास का पता हटा, दमोह लिखवाया. बता दें कि 10 नवम्बर को सरस्वती कोरी की मेटरनिटी विंग डिस्चार्ज हो गई और वह अपनी कथित मां के साथ एससीएनयू पहुंचने के बजाय हॉस्पिटल से गायब हो गई. जिसके बाद एससीएनयू की इंचार्ज (Incharge of SCNU) डॉ.विजेयता राजपूत (Dr. Vijayta Rajput)  ने मामले की लिखित जानकारी पुलिस को दी है.