Sawan Somvar 2022: आज से सावन महीने के आखिरी सप्ताह की शुरुआत हो गई है. इस महीने भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा कर रहे हैं. मान्यता है कि जो भक्त सावन माह के सोमवार का व्रत रखकर सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करते हैं उनके जीवन में कभी कोई मुश्किल नहीं आती है. वैसे तो सावन के तीन सोमवार बीत गए हैं, लेकिन यदि आप सावन के आखिरी सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा इस विधि से पूजा करते हैं तो आपको सावन के चारों सोमवार के व्रत का पूजा का फल मिलेगा. आइए जानते हैं इसके बारे में.


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सावन सोमवार के दिन बन रहे कई शुभ योग
सावन माह का आखिरी सोमवार कल यानी 8 अगस्त को है. इस बार सावन के आखिरी सोमवार पर रवि योग, इन्द्र योग और वैधृक योग बन रहे हैं. इस शुभ योग में भगवान शिव की पूजा करने का कई गुना फल मिलता है.


सावन के आखिरी सोमवार पर करें ये उपाय
सावन के आखिरी सोमवार के दिन प्रातः काल स्नान करने के पश्चात भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करें. साथ में 'ऊं नमः शिवाय' मंत्र का जप करें. 8 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से लेकर 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त में यदि आप कोई पूजा पाठ करते हैं तो वो कई गुना फलदायी होती है.


सावन सोमवार पूजा विधि
सावन सोमवार को सुबह स्नान करने के बाद आस पास के शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव का अक्षत, दूध, पुष्प, बेल और गंगाजल से अभिषेक करें. इसके बाद शिव चालीसा और रुद्राष्टक का पाठ करें. ऐसा करने से शिवजी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और भक्त की हर मनोकामना पूरी करते हैं.


सावन सोमवार के दिन है पुत्रदा एकादशी का व्रत
सावन के आखिरी सोमवार के साथ पु्त्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस दिन शंकर जी के साथ विष्णु जी की पूजा करने से एकादशी व्रत और सोमवार व्रत दोनों का लाभ मिलेगा. पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है.


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DISCLAIMER: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. zee media इसकी पुष्टि नहीं करता है.