Sidhi News: चिड़िया का शिकार करने गए युवकों की मौत, करंट वाली फेंसिंग ने ली जान
Sidhi News: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में चिंड़िया की शिकार करने गए 3 युवकों की मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार ये किसानों द्वारा लगाए गए करंट की फेंसिंग में फंस गए और बिजली के झटके के कारण मौत हो गई.
Sidhi News: सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले से एक बड़ी दुखद घटना सामने आई है. यहां चिड़िया का शिकार करने गए तीन युवकों की मौत हो गई है. बताया जा रहा वो किसानों द्वारा जावरों से फसल बचाने के लिए लगाए गए करंट की फेंसिंग में फंस गए और बिजली के झटके लगे. मामले की सुचना पर स्थानीय पुलिस ने मौके पहुंची और पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम कराया और मामले को जांच में लिया है.
करंट से दर्दनाक मौत
बिजली का करंट लगने से तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई है. एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. चारो लोग जंगल चिड़िया का शिकार करने गए थे. जहां, जंगल किनारे ग्रामीण किसान फसल बचाने के लिये करंट का जाल बिछाया था. इसपर शिकारियों के पैर आ गए और उनहें करेंट लग गया जिससे मौके पर तीनों की मौत हो गई. एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हुआ जिसे असपताल में भर्ती कराया गया है.
सुबह पक्षियों का शिकार करने गए थे
मामला सीधी जिले के मझौली थाना अंतर्गत ठोगा गांव का रविवार सुबह करीब 6 बजे का है. जानकारी के अनुसार, ठोगा गांव के जंगल में व्यक्ति सुबह पक्षियों को पकड़ने गए थे. इस दौरान जानवरों का शिकार या फसल बचाने के उद्देश्य से करंट फैलाया था. इसपर तीनों (प्रशांत पिता शिवराम केवट, नर्मदा पिता सुंदर केवट, अनिल कुमार पिता पंचम लाल केवट) चपेट में आ गए. लोगों ने शवों को देखकर परिजनों और पुलिस को सुचना दी.
किसने लगाया था करंट?
मझौली थाना प्रभारी दीपक सिंह बघेल मौके पर पहुंचे. दीपक सिंह बघेल के अनुसार, तीनों व्यक्ति रविवार सुबह जंगल में पक्षियों को पकड़ने के लिए गए हुए थे. यहां अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा जानवरों को पकड़ने के लिए करंट लगाया था. तीनों व्यक्ति इसकी चपेट में आए और इससे उनकी मौत हो गई. हालांकि करंट, किसने लगाया इस बात की कोई जानकारी नहीं लग पाई है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
मंडला में छठवां पक्षी सर्वेक्षण
मंडला में कान्हा पार्क में छठवां पक्षी सर्वेक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. 15 से 18 फरवरी तक चले इस पक्षी सर्वेक्षण कार्यक्रम में देश के 11 राज्यों के 74 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमे कर्नाटक, महाराष्ट्र और एमपी के अधिकांश प्रतिभागी शामिल थे. प्रतिभागियों के कान्हा के कोर और बफर क्षेत्र के 37 कैम्पों में भ्रमण कर सर्वे कराया. इस दौरान कान्हा के जंगल मे 375 प्रजाति के पुराने पक्षी पाए गए. जबकि, 4 प्रजातियां नई पाई गई. इस दौरान 16 से 18 फरवरी तक गिद्धों का सर्वे सर्वे किया गया. पाया गया कि कान्हा में गिद्धों की संख्या भी बहुतायत है.