Tikamgarh Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक दल एक-एक विधानसभा सीट पर तैयारियों में जुटे हैं. वहीं उत्तरप्रदेश की सीमा से सटे बुंदेलखंड की टीमकगढ़ सीट पर सभी की निगाहें लगी हुई है. इस सीट पर बीजेपी का दबदबा है. लेकिन हार-जीत में अहम भूमिका सपा और बसपा निभाती है. फिलहाल यहां से बीजेपी के राकेश गिरि विधायक हैं. आईये जानते हैं इस सीट का पूरा समीकरण...


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टीकमगढ़ सीट का जातीय समीकरण
टीकमगढ़ विधानसभा सीट पर अनुसूचित जाति की बड़ी संख्या है. इसके अलावा यहां यादव, ठाकुर, जैन, और ब्राह्मण वर्ग के वोटर्स अहम भूमिका निभाते हैं.  इस सीट पर हार-जीत का गणित हमेशा बसपा और सपा बिगाड़ती है. 


कुल मतदाता -  2,00,882
पुरुष मतदाता - 1 लाख 14 हजार 513
महिला मतदाता - 1 लाख 4 हजार 509


टीकमगढ़ सीट का राजनीतिक इतिहास 
दरअसल टीकमगढ़ विधानसभा सीट वो सीट है, जहां प्रदेश की पूर्व सीएम और फायरब्रांड नेता अपने ही घर में हार गई थी. इसके बाद साल 2008 में उमा भारती ने बीजेपी से अलग होकर अपनी पार्टी  भारतीय जनशक्ति पार्टी बना ली, फिर उन्होंने टीकमगढ़ से चुनाव लड़ा औऱ करीब 9 हजार वोटों से हार गईं. हालांकि इस सीट पर 1990 के बाद से 7 चुनाव हुए ,इसमें से सिर्फ 2 ही बार कांग्रेस जीत सकी. वहीं इस सीट पर इतिहास की बात की जाए तो यहां 14 बार हुए चुनाव में 8 बार कांग्रेस और 6 बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है.


2018 में कैसा रहा था नतीजा
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राकेश गिरि और कांग्रेस ने यादवेंद्र सिंह बुंदेला को टिकट दिया था. नतीजा ये रहा है कि राकेश गिरि को 66,958 वोट और कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह को 62, 783 वोट मिले. इस तरह बीजेपी ने यहां 4, 175 वोटों से जीत दर्ज की. वहीं बीएसपी तीसरे और सपा चौथे नंबर पर रही. 


इस सीट पर कब कौन जीता
- राकेश गिरी 2013 (बीजेपी)
- के के श्रीवास्तव 2008 (बीजेपी)
- यादवेंद्र सिंह 2003 (कांग्रेस)
- अखण्ड प्रताप सिंह यादव 1998 ( बीजेपी)
- मगललाल गोयल 1993 (बीजेपी)
- यादवेंद्र सिंह 1990  (कांग्रेस)
- गोयल मगनलाल 1985 (बीजेपी)
- यादवेंद्र सिंह 1980 (कांग्रेस)
- मगनलाल गोयल 1977 (जेएनपी)