राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: सोमवार सुबह एक बड़ी लापरवाही उज्जैन ( Ujjain ) शहर के शासकीय कन्या विद्यालय में देखने को मिली. जहां, अचानक विद्यालय ( School ) की छत का छज्जा नीचे गिर पड़ा. गनीमत रही इस दौरान बच्चे बाहर प्रार्थना में थे वरना बड़ा हादसा हो जाता. इतना ही नहीं स्कूल की दीवारों पर करंट फैला हुआ है, जिस कारण टीचर और बच्चे कक्षा में नहीं जाते. परिसर में ही कक्षाएं संचालित की जा रही है.


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गनीमत रही बच्चे बच गए
पूरा मामला शहर के बीच दौलतगंज क्षेत्र स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय का है. सहायक शिक्षिका साधना ओझा ने बताया कि सोमवार सुबह स्कूल परिसर के बाहर बच्चे एकत्रित होकर प्रार्थना कर रहे थे. इसी दौरान विद्यालय की छत का छज्जा अचानक गिरा और जोरदार आवाज आई. कक्षा में जाकर देखा तो छत का एक बड़ा हिस्सा टेबल कुर्सी और जमीन पर पड़ा था. गनीमत यह रही कि उस दौरान बच्चे प्रार्थना के लिए स्कूल के बाहर मैदान में मौजूद थे.



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बाहर लगाई जा रही कक्षाएं
लगातार बारिश के कारण छतों से पानी टपकने के कारण छज्जा कमजोर हो चुका है, वहीं दूसरी समस्या है कि पास के अन्य कक्षाओं में खुले तार होने से स्पार्किंग हो रही है. स्कूल भवन की दीवारों पर करंट फैला हुआ है. आये दिन स्पार्किंग होती है, कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. इस कारण बच्चों को कक्षा में बैठा कर पढ़ाने की जगह बाहर पढ़ाया जाता है.


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पहले किया जा चुका है सूचित
स्कूल शिक्षिका साधना ओझा ने बताया कि कक्षा एक से आठवीं तक लगने वाले इस स्कूल के भवन की जर्जर हालत को लेकर पहले भी कई बार संकुल प्राचार्य इनिमा दुबे को लिखित में सूचित किया है. संकुल प्राचार्य ने भी शिक्षा विभाग को अवगत कराया, इसके बाद भी स्कूल भवन को सुधारने की पहल नहीं हुई.


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साधना ओझा उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत हम 2 बार कर चुके हैं. बावजूद उसके कोई सुध लेने वाला नहीं हैं. अब बच्चे बाहर बैठने पर मजबूर हैं और स्कूल में छज्जा गिरने के बाद स्कूली शिक्षक और छात्र छात्राएं भयभीत हैं. अपनी कक्षाओं में जाने से डर रहे हैं. विद्यालय में कुल 74 बच्चे अध्ययन रत है.