बाबा महाकाल के दर्शन के तुरंत बाद बुजुर्ग की हुई मौत, मंदिर परिसर में ली आखरी सेल्फी
हरियाणा के गुरुग्राम से अपने परिवार के साथ आए एक बुजुर्ग ने बाबा महाकाल का दर्शन किया. इसके बाद जैसे ही आगे बढ़ा उसे मंदिर परिसर में ही हार्ट अटैक आ गया.
राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का धाम लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का खास केंद्र है. हर रोज बड़ी संख्या में बाबा के दर्शन को भक्त पहुंचते हैं. इसी क्रम में शनिवार को हरियाणा से पत्नी, बेटे, बहू व पोते के साथ पहुंचे एक बुजुर्ग महाकाल का दर्शन करके जैसे ही आगे बढ़ा उसे हार्ट अटैक आ गया. जिसके बाद उपचार के लिए ले जाते वक्त मौत हो गई. बुजुर्ग ने परिवार वालों के साथ आखिरी सेल्फी मंदिर परिसर में ली.
जानिए पूरा मामला
दरअसल दर्शन करने आए मृतक बुजुर्ग एक शासकीय शिक्षक थे, जो हरियाणा के विद्यालय में पदस्थ थे. 30 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले थे, उससे पहले बाबा महाकेलश्वर के दर्शन करने परिवार के साथ सोमवार को उज्जैन पहुंचे, जहां देर शाम दर्शन से पहले कतार में खड़े होकर बुजुर्ग ने सेल्फी ली और उसके बाद बाबा के दर्शन लाभ लेकर जैसे ही मंदिर परिसर में आगे बढ़े तो उन्हें हार्ट अटैक आ गया, मौके पर मंदिर समिति की मेडिकल टीम ने प्राथमिक उपचार दिया. लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
अस्पताल ले जाते वक्त हुई मौत
मृतक सतीश पिता मूलचंद का परिवार हरियाणा के गुरुग्राम (गुड़गांव) का रहने वाला है. सतीश पत्नी रजनीबाला, बेटे और बहू के साथ शनिवार को बाबा महाकालेश्वर के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे थे. शाम में लाइन में लगने के बाद रैंप से होते हुए महाकाल मंडपम में सबने सेल्फी ली. बाबा के दर्शन गणेश मंडपम से किए और जब आगे बढ़े तो अचानक सतीश बेहोश हो गए, जिन्हें मंदिर समिति की मेडिकल टीम से डॉ. परमार ने प्राथमिक उपचार दिया. जब उन्हें अस्पताल ले जाने लगे तो रास्ते मे उनकी मौत हो गई.
मेडिकल टीम रहती है तैनात!
आपको बता दें बाबा महाकाल के धाम में श्रद्धालुओं का खास ख्याल रखा जाता है. हर परिस्थिति के लिए हर एक विभाग हरदम अलर्ट रहते हैं. मेडिकल टीमें फायर कर्मी या अन्य कोई इमरजेंसी हो तत्काल श्रद्धालुओं को मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी सुविधा मुहैया करवाते हैं. किसी भी प्रकार से बाबा महाकाल में श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना ना करना पड़े. इसका खास ख्याल रखा जाता है. श्रद्धालु भी किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर सुरक्षाकर्मियों, मौके पर मौजूद पुलिस बल व मंदिर के पंडे पुजारियों से अपनी परेशानी साझा कर सकते है. मंदिर समिति अनजान लोगों से बचने का खास संदेश हमेशा से देती आई है.
ये भी पढ़ेंः छत्तीसगढ़ में बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत- अब हमको जागना है, सीएम बघेल ने चर्च को लेकर कह दी बड़ी बात