उज्जैन में नागचंद्रेश्वर के दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं की बिगड़ी तबियत, अस्पताल में भर्ती
Ujjain News: आज नागपंचमी पर उज्जैन के बाबा महाकाल के शिखर पर विराजमान नागचंद्रेश्वर का पट खोला गया. पट खुलने से पहले ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई थी. इस दौरान कई श्रद्धालुओं को बैचेनी और घबराहट होने लगी, जिसके बाद उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है.
राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के धाम में शिखर पर विराजमान भगवान नागचंद्रेश्वर के पट बीती रात 12:00 बजे खुले, जिसके पहले से ही लाखों श्रद्धालुओं की लंबी कतार दर्शन हेतु लगी हुई थी. कतार के साथ-साथ कई ऐसे भी शातिर चोर उचक्के शामिल हुए हैं, जो श्रद्धालुओं की पॉकेट मार रहे हैं और महिलाओं के पहने जेवर गायब कर रहे हैं, अपने जेवर चोरी होने व लंबी लाइन में लगी दिल्ली निवासी महिला को घबराहट और बेचैनी होने के चलते जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है.
जेब कतरों की तलाश में जुटी पुलिस
वहीं दो अन्य श्रद्धालु को भी लंबी लाइन में घबराहट बेचैनी के चलते जिला चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार दिया गया. फिलहाल सभी दोनों तीनों श्रद्धालुओं की स्थिति सामान्य है. पुलिस अब पूरे मामले को गंभीरता से लेकर जेब कतरों की तलाश में जुट गई है. वहीं दर्शनार्थियों के लिए मौके पर एंबुलेंस व प्राथमिक उपचार हेतु मेडिकल व्यवस्था के खास इंतजाम जिला प्रशासन व मंदिर समिति की ओर से किए गए हैं.
इन दर्शनार्थियों की बिगड़ी तबियत
62 वर्षीय दिल्ली निवासी महिला गंगा बाई पति रामकिशन परिवार के 5सदस्यों के साथ पहुंची थी और घटना का शिकार हुई. वहीं दो अन्य श्रद्धालु किरण व एक लड़का भी बीमार हुए. दरअसल ये सभी महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर (तृतीय तल स्थित) नागशैय्या पर विराजमान शिव परिवार की अलौकिक एक मात्र प्रतिमा के दर्शन हेतु कई घण्टों से कतार में लगे थे और दर्शन भी नहीं कर पाए.
दर्शन के दौरान पर्स व जेवर चोरी
गंगा बाई का दर्शन करने के दौरान पर्स, टॉप्स भी चोरी हुआ है, नगदी 12500 और 5 - 5 ग्राम सोने क्व दो टॉप्स गए है, पुलिस शिकायत को लेकर कहा कि पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया और कहा कि अब कहा मिलेंगे इतनी भीड़ में. जिसके बाद मायूस चेहरा लिए श्रद्धालु अस्पताल में बैठे हुए है और परिजन का उपचार करवा रहे हैं.
साल में एक दिन खुलता है मंदिर
बाबा महाकाल के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर का पट साल में सिर्फ एक दिन सावन माह के नागपंचमी के दिन खुलता है. इस मंदिर में एकमात्र ऐसी प्रतिमा है जिसमें भगवान शिव अपने परिवार के साथ सांपों की शय्या पर विराजमान हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन करने मात्र से काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है. इसलिए आज सावन माह के नागपंचमी की वजह से सुबह से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है.