उमा भारती ने शराब बंदी को लेकर फिर खोला मोर्चा, बोलीं- अब पत्थर नहीं कुछ और मारूंगी
शराब बंदी को लेकर उमा भारती (uma bharti) के तेवर एक बार फिर सख्त हो गए हैं. उन्होंने भोपाल में आशिमा मॉल के पास मंगलवार की शाम उमा भारती ने शराब की दुकान और अहाते के पास अपनी चौपाल लगाई.
प्रमोद शर्मा/भोपाल: शराब बंदी को लेकर उमा भारती (uma bharti) के तेवर एक बार फिर सख्त हो गए हैं. भोपाल में आशिमा मॉल के पास मंगलवार की शाम उमा भारती ने शराब की दुकान और अहाते के पास अपनी चौपाल लगाई और लोगों को बताया कि उन्होंने अपनी बात दिल्ली तक पहुंचा दी थी. इसके बाद उन्होंने चौपाई का उदाहरण दिया है. उमा भारती ने लोगों से कहा कि अब पत्थर नहीं मारेंगे, पत्थर मारना तो अपराध है, अब कुछ और मारेंगे.
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गौरतलब है कि इससे पहले उमा भारती ने गोविंदपुरा भेल में एक शराब दुकान के खिलाफ प्रदर्शन करके दुकान में पत्थर फेंका था.
चौपाल में सुनाई चौपाई
उमा भारती ने कहा कि तय हुआ था अहाते नहीं खोले जाएंगे लेकिन समस्या वैसी की वैसी ही है और साफ दिख रहा है कि शराब और शराबियों की संख्या बढ़ती जा रही है. उमा भारती ने सुंदरकांड की चौपाई का उदाहरण देते हुए कहा कि 'राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति'.
एक के बाद एक ट्वीट किए
चौपाल के बाद उमा भारती ने ट्विटर पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने शराबबंदी को लेकर लिखा कि करीब सवा महीने पहले मेरी और शिवराज जी की शराबबंदी को लेकर लंबी बात हुई थी, जिसमें हम सब शराब के खिलाफ हैं एवं निषिद्ध स्थानों पर शराब की दुकान नहीं होना चाहिए तथा शराब पिलाने के अहाते तो मध्य प्रदेश में कहीं नहीं होना चाहिए. उन्होंने लिखा कि इस बात को डेढ़ महीना निकल चुका है, मुझे विश्वास है कि जब इन दिनों इतने महत्वपूर्ण लोगों से बातचीत हो चुकी है तो कुछ सकारात्मक परिणाम आएगा ही.
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मध्यप्रदेश को उड़ने नहीं दूंगी- उमा भारती
उन्होंने ने अपने ट्वीट के आखिर में लिखा कि यह अभियान तेजी पकड़े यह बहुत जरूरी है, मैं इसके लिए पंजाब का उदाहरण दूंगी. पहले शराब पीने का प्रचंड दौर चला, फिर एक समय ऐसा आता है कि शराब से नशे की हवस पूरी नहीं होती. तो व्यक्ति दूसरे नशे करता है और फिर भरी जवानी में नष्ट हो जाता है, यही उड़ता पंजाब की कहानी है. हम भूलवश मध्य प्रदेश को पंजाब की तरह उड़ता मध्य प्रदेश ना बना दें तथा जो विकास की राह हमें हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने दिखाई तथा जिस पर चलने का वायदा हमारी प्रदेश की सरकार ने किया है. उसको पूरा करने में हम सब सरकार का सहयोग करें तथा अपने अभियान में तेजी लाएं.