आजादी के बाद से यहां कैद में हैं भोलेनाथ, अब फायर ब्रांड उमा भारती ने किया ये फैसला
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने 11 अप्रैल को रायसेन किले पर स्थित सोमेश्वरधाम में जलाभिषेक की घोषणा की है.
रायसेन: मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने 11 अप्रैल को रायसेन किले पर स्थित सोमेश्वरधाम में जलाभिषेक की घोषणा की है. उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर रायसेन को पत्र लिखकर अवगत भी करा दिया है. पुलिस और प्रशासन ने भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली हैं. कलेक्टर ने पुरातत्व विभाग को सारी जानकारियों से अवगत कराते हुए पत्र लिख दिया है. भोपाल से पुरातत्व विभाग भी केंद्र को पत्र लिखने की बात कह रहा है.
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गौरतलब है कि रायसेन जिले में अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले ने जिला मुख्यालय पर चल रही त्रिपुण्ड शिवमहापुराण के दौरान व्यासपीठ से श्रद्धालु के समक्ष रायसेन क़िले पर स्थित भगवान शिव के प्राचीन मन्दिर सोमेश्वर धाम महादेव को कैद में होने पर तीखा सवाल कर मप्र सरकार से मन्दिर का ताला खोले जाने की गुहार लगाई थी. जिसके बाद से सोशल मीडिया में यह मुद्दा जमकर गर्मा रहा हैं. माहौल की गंभीरता को देखते हुए शराब बंदी के मामले में शिवराज सरकार को घेरने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अब इस बंद मन्दिर में 11 अप्रैल को शिव अभिषेक करने की घोषणा की हैं.
इधर पंडित जी की मंशानुरूप प्रदेश सरकार के मंत्री एवं विधायक भी मन्दिर को खोले जाने के लिए लामबंद हो गए. स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी एवं पूर्व मंत्री एवं सिलवानी विधायक ठा रामपाल सिंह ने बताया कि सरकार गुरुदेव की भावनाओ का सम्मान करती हैं एवं मंदिर को खुलवाने के लिए केंद्र सरकार से प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है.
आजादी के बाद से ताला लगा हुआ है
पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि उन्हें सरकार के मुखिया शिवराज सिंह जी पर पूरा भरोसा है, वह जल्द ही मन्दिर खुलवा देंगे. यहा आपको बता दें कि रायसेन किले पर स्तिथ प्राचीन 11वीं सदी के सोमेश्वर धाम शिव मंदिर में देश की आजादी के बाद से ताला लगा हुआ है. यह देश का एक मात्र ऐसा शिवालय हैं, जो साल में केवल 12 घण्टों के लिए शिवरात्रि के दिन खोला जाता हैं. पुरातत्व विभाग अपने नियमो का हवाला देकर मन्दिर को पूजन के लिए बंद किये हुए हैं. वहीं आज तक किसी सरकार ने यहा से ताले खोलने का साहस नहीं जुटाया. जबकि रायसेन के शिव भक्त श्रद्धालु हर साल यह मांग शासन प्रशासन से करते आ रहे हैं कि उन्हें मन्दिर में रोजाना पूजा के लिए अनुमति दी जाए. अब कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने यह मुद्दा फिर उठाया है.
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अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी इस मुद्दे को हाथों हाथ ले कर यहां 11 अप्रैल को शिवाभिषेक करने का दावा कर यहा आम श्रद्धालुओं को भी आमंत्रित कर रही है. जिसके बाद प्रशासन पंडित जी की व्यास पीठ से हुई सीहोर वाली घटना के तरह इस मामले को भी गंभीरता से लेकर सतर्कता से तैयारी में जुट गया हैं.
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