पहली तनख्वाह थी 360 रुपए महीने, लोकायुक्त की छापेमारी में मिली आय से 300 गुना अधिक संपत्ति
लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने आरोपी संस्था प्रबंधक पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13 (1)(बी) व 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया. शुक्रवार सुबह जांच शुरू होने के बाद शनिवार को भी मामले में जांच जारी है.
आगर मालवा/ कनिराम यादवः मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में रहने वाले सहकारी संस्था प्रबंधक के यहां छापेमारी में 3 करोड़ रुपए की संपत्ति उजागर हुई. जो उसकी आय से 300 गुना ज्यादा होती है. लोकायुक्त विभाग को मिली एक शिकायत के बाद शुक्रवार को दमदम गांव में काम करने वाले प्रबंधक के यहां सुबह 6 बजे छापा मारा गया था. इतनी अधिक संपत्ति मिलने के बाद प्रबंधक पर भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
यह भी पढ़ेंः- भोपाल BJP सांसद साध्वी प्रज्ञा की तबीयत बिगड़ी, इलाज के लिए स्टेट प्लेन से मुंबई लाया गया
प्रबंधक पर लगाई गई भ्रष्टाचार की धाराएं
मामला आगर मालवा जिले के नलखेड़ा गांव का है. जहां दमदम गांव के प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था के प्रबंधक रमेशचंद्र जायसवाल के यहां शुक्रवार को छापेमारी हुई. जिसमें 3 करोड़ रुपए की सम्पत्ति होने की बात सामने आई. इसके अलावा उसके बैंक लॉकर से 300 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी भी मिली. जिसके बाद लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने आरोपी संस्था प्रबंधक पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) व 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया.
20 हजार की सैलरी में जमा किए 300 करोड़
लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने बताया कि रमेशचंद्र जायसवाल ने साल 1999 में 360 रुपए मासिक वेतन पर सेल्समैन की नौकरी कर अपने करियर की शुरुआत की थी. इतने सालों तक काम करने के बाद आज वह 20 हजार रुपए प्रतिमाह के वेतन में काम कर रहा है. 22 सालों के करियर में जहां उसका वेतन अब जाकर 20 हजार रुपए हुआ, ऐसे में उसके यहां से 3 करोड़ रुपए की संपत्ति और इतनी ज्यादा मात्रा में सोना-चांदी होना उसे सवालों के घेरे में खड़ा करता है.
यह भी पढ़ेंः-बेमेतरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से कोरोना वैक्सीन के 90 डोज गायब
दो महीने पहले मिली शिकायत पर लिया एक्शन
लोकायुक्त उज्जैन को दो महीने पहले शिकायत मिली थी कि दमदम गांव के प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था के प्रबंधक रमेशचंद्र जायसवाल के पास आय से अधिक संपत्ति है. शिकायत का सत्यापन कराने के बाद जानकारी मिली कि शिकायत सच है. जिस पर एक्शन लेते हुए लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने 5 मार्च सुबह 6 बजे ही प्रबंधक के घर छापामार कार्रवाई को अंजाम दे दिया.
नलखेड़ा स्थित घर पर मारा छापा
शिकायत पर एक्शन लेते हुए लोकायुक्त की टीम संस्था प्रबंधक के नलखेड़ा स्थित घर पर पहुंची और गहरी नींद में सो रहे परिवार को जगाया. लोकायुक्त उज्जैन के करीब 20 से ज्यादा अधिकारियों की टीम ने लगभग 12 पुलिसकर्मियों की मदद लेते हुए प्रबंधक के नलखेड़ा स्थित निवास और दुकान के साथ दमदम गांव में बने फार्म हाउस पर छापा मारा. अब तक प्रशासन की टीम ने 3 करोड़ रुपए बरामद कर लिए हैं. टीम की जांच शनिवार को भी जारी है.
यह भी पढ़ेंः- शिवराज ने कही नाइट कर्फ्यू की बात, कांग्रेस बोली- कोरोना कादर खान है, जिसे रात में दिखेगा नहीं?
WATCH LIVE TV