20 मार्च से एमपी में राम राज्य शुरू हुआ- जानिए भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा क्यों कही ये बात?
कांग्रेस 20 मार्च को प्रदेशभर में लोकतंत्र सम्मान दिवस मना रही है. वहीं सत्ताधारी भाजपा इस दिन अंतरराष्ट्रीय खुशहाली दिवस के रूप में मनाएगी.
भोपालः भाजपा विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार का राज, रावण राज था. भय, लूट, आतंक कितना था? गरीबों और बेटियों को सताया गया. अन्नदाता से झूठ बोलकर वोट लिए गए. उस राज का 20 मार्च को अंत हुआ. कमलनाथ सरकार का रावण राज खत्म हुआ और लंका जली. जिसके बाद राम राज्य शुरू हुआ. बता दें कि बीती साल 20 मार्च को ही कमलनाथ सरकार ने बहुमत खोकर इस्तीफा दे दिया था.
जनता से माफी मांगे कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस 20 मार्च को प्रदेशभर में लोकतंत्र सम्मान दिवस मना रही है. वहीं सत्ताधारी भाजपा इस दिन अंतरराष्ट्रीय खुशहाली दिवस के रूप में मनाएगी. इस पर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को लोकतंत्र सम्मान दिवस की जगह जनता से झूठे वादे करने के लिए माफी मांगनी चाहिए.
कांग्रेस ने किया पलटवार
वहीं रामेश्वर शर्मा द्वारा पूर्व सीएम कमलनाथ के कार्यकाल को रावण राज बताने के बाद इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. रामेश्वर शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश में दुशासन हावी है...जगह-जगह चीर हरण हो रहे हैं. प्रदेश में बलात्कार, छेड़छाड़ के मामले सामने आ रहे हैं.
आदिवासियों को लेकर कही थी ये बात
रामेश्वर शर्मा ने हाल ही में कहा है कि "सबरी माता के वनवासी पुत्र श्रीराम को वनवासी भाइयों से दूर करना चाहती है कांग्रेस. आखिर कांग्रेस श्रीराम से इतनी ईर्ष्या क्यों रखती है. वनवासी श्रीराम के हैं और श्रीराम वनवासियों के हैं. श्रीराम का जागरण मुगल शासक अकबर नहीं रो पाया तो अब रोकना तो असंभव है." दरअसल कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने अपने एक बयान में कहा था कि आदिवासी हिंदू नहीं है. उन्होंने जनजातीय इलाकों में रामलीला के मंचन पर भी आपत्ति जताई थी. उमंग सिंघार के इस बयान पर ही रामेश्वर शर्मा ने उक्त बात कही थी.