भोपाल : मध्यप्रदेश की राजनीति में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को लेकर हुए विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वंदे मातरम को लेकर छिड़े विवाद के बीच प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बीजेपी के 109 विधायक आगामी 7 जनवरी को मध्यप्रदेश के सचिवालय में वंदे मातरम गाएंगे. 


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सचिवालय में टूटी थी परंपरा
बता दें कि एक जनवरी को नए साल के दिन ही मध्यप्रदेश सचिवालय में महीने की पहली तारीख को वंदे मातरम गाने की 13 साल पुरानी परंपरा टूट गई थी. सचिवालय में वंदे मातरम का गान न होने पर प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ आमने-सामने हो गए थे. सचिवालय में वंदे मातरम नहीं गाने पर शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोला था.


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पहले कामकाजी दिन गाया जाता था वंदे मातरम
इससे पहले बीजेपी की सरकार में महीने के पहले कामकाजी दिन सचिवालय में राष्ट्र गीत गाया जाता था. मगर इस बार कमलनाथ सरकार में साल के पहले दिन ही इसका पालन नहीं हो सका और इस तरह से 13 साल पुरानी परंपरा टूट गई थी.


मुख्यमंत्री, मंत्री और सीएस होते रहे हैं शामिल 
वंदेमातरम् के गायन में कई बार मुख्यमंत्री भी शामिल होते थे तो हर बार कोई न कोई मंत्री इस आयोजन में आते रहे हैं. मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव सहित आला अधिकारी भी वंदेमातरम् गायन में भागीदारी करते रहे हैं. एक दिसंबर को पिछली बार हुए आयोजन में अपर मुख्य सचिव जीएडी प्रभांशु कमल की अगुवाई में वंदेमातरम् का सामूहिक गायन हुआ था. मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने इसमें पुलिस बैंड को भी शामिल कराया था.