दमोह: सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद मध्य प्रदेश पुलिस हरकत में आई है. कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या के मामले में फरार बसपा की दबंग विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह ठाकुर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और एसटीएफ की टीम दिन रात मशक्कत कर रही है. वहीं दूसरी तरफ सागर रेंज के आईजी अनिल शर्मा ने विधायक पति के ऊपर तीस हजार का इनाम घोषित कर दिया है.  सरकार के आदेश के बाद एडीजी एसटीएफ प्रभारी विपिन माहेश्वरी ने दमोह पहुंच कर 5 टीमों का गठन किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस कांग्रेस नेता की गोली मारकर हत्या, पूर्व सीएम कमलनाथ ने कानून व्यवस्था पर खड़े किए सवाल 


सभी टीमों ने अलग-अलग ठिकानों पर दबिश देते हुए 25 लोगों से पूछताछ की है. आपको बता दें कि दमोह के बहुचर्चित कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में पथरिया बसपा विधायक के पति गोविंद सिंह आरोपी हैं और फरार चल रहे हैं. मामले की सुनवाई कर रहे हटा कोर्ट के एडीजे आरपी सोनी ने फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया है. इसके बाद उन्होंने एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने अपनी जान को खतरा और जिले के एसपी पर धमकाने का आरोप लगाया था. 


सुप्रीम कोर्ट ने MP सरकार को लगाई फटकार, जानिए क्यों पूछा- जंगल राज है या कानून का शासन?


सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लिया और राज्य सरकार को फटकार लगाई थी. सर्वोच्च अदालत ने एमपी के डीजीपी को विधायक रामबाई के पति की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ सख्त टिप्पणी करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे. इसके बाद पुलिस महकमा सिर्फ हरकत में ही नहीं आया बल्कि एसटीएफ का गठन भी किया गया है. एडीजी विपिन माहेश्वरी को इस एसटीएफ का प्रभारी बनाया गया है. 


SC की फटकार का असर: विधायक रामबाई के पति की गिरफ्तारी के लिए DIG ने संभाला मोर्चा


मंगलवार को एसटीएफ की पांच टीमें और खुद एडीजी माहेश्वरी दमोह पहुंच गए हैं. एसटीएफ की टीमें लगातार विधायक पति के ठिकानों पर छापे मार रही हैं. वहीं जिला पुलिस बल की पंद्रह टीमें भी गोविंद सिंह ठाकुर की गिरफ्तारी के लिए कोशिश कर रही हैं. देर रात जिले के एडिशनल एसपी शिवकुमार सिंह ने जानकारी दी कि हत्या के आरोपी विधायक पति के सिर  30,000 का इनाम घोषित किया गया है, इसके पहले इनाम की राशि 10,000 थी.


WATCH LIVE TV