इंदौर:हिंदू संगठन की रैली पर पथराव घटना में पुलिस ने 23 आरोपियों को हिरासत में लिया है. कुल 39 नामजद लोगों पर प्रकरण दर्ज किए गए हैं. गांव में अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है. जिसके चलते पुलिस बल को गांव में तैनात किया गया है.  


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एसपी पश्चिम ने अपने बयान में कहा है कि ये घटना सुनियोजित नहीं थी. प्रथम दृष्टया से इस मामले में थाना प्रभारी और एसडीओपी की गलती रही है. इसी कारण से उन्हें हटा दिया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि मस्जिद की मीनार गिराए जाने के मामले में हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं पर भी FIR दर्ज की गई है.


बता दें कि ये घटना इंदौर के देपालपुर तहसील के चांदनखेड़ी में हुई थी. मंगलवार दोपहर संगठन द्वारा अयोध्या के राम मंदिर के लिए धन संग्रह करने के लिए रैली निकाली जा रही थी. जिसके बाद बाइक से निकले लोगों का दूसरे समुदाय के कुछ लोगों से विवाद हो गया. जिसमें हिंदू संगठन की रैली पर पत्थरबाजी की गई.


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पुलिस की मौजूदगी में पथराव
बताया जा रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में भी रैली पर पत्थरबाजी की गई. जिसके बाद इंदौर डीआरपी लाइन से 50 पुलिसकर्मियों की टुकड़ी घटना स्थल पर भेजी गई. पत्थरबाजी में कई लोगों के घायल होने की जानकारी मिल रही है. घटना के बाद हिंदूवादी संगठन के लोग गिरफ्तारी के लिए धरने पर बैठ गए है.


आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी
सांसद शंकर लालवानी ने राम भक्तों पर हुए पथराव को लेकर कहा मैंने प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए है. शाम तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह घटना बेहद निंदनीय है.


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उज्जैन में भी पत्थरबाजी हुई थी
बता दें कि इसी तरह की घटना 25 दिसंबर शुक्रवार को उज्जैन से सामने आई थी. यहां भी राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने के उद्देश्य को लेकर हिंदू संगठन रैली निकाल रहे थे. रैली टावर चौक से होती हुई महाकाल क्षेत्र स्थित भारत माता मंदिर पहुंच रही थी, तभी बेगम बाग कॉलोनी क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों ने रैली पर पथराव कर दिया था. हालांकि जिन घरों से पत्थरबाजी हुई थी, उन्हें प्रशासन ने अगले ही दिन तोड़ दिया था. प्रशासन का तर्क था कि मकान नाले किनारे बने हैं. लोगों ने यहां अतिक्रमण कर लिया है.  


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