Anuppur Corruption News: कोरोना काल में जब लोग ऑक्सीजन, मौत और लॉकडाउन जैसे दौर से गुजर रहे थे, तब मध्यप्रदेश के कुछ अफसर और नेता काली कमाई में जुटे हुए थे. ये पूरी मामला प्रदेश के अनूपपुर जिले का है. जहां कोविड के दौरान करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. इस मामले के सामने आने के बाद EOW ने अनूपपुर ADM,CMHO समेत 13 लोगों खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. 


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बता दें कि आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की दर्ज FIR में बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग ने अनूपपुर जिले में 778 उपकरण खरीदने के लिए 7 करोड़ रुपये का बजट जारी किया था लेकिन 11 हजार की कीमत वाले उपकरण को 17 हजार रुपयों में खरीदा गया, वहीं 68 रुपए की आरएफ किट 4156 रुपए में खरीदी गई है. कुल मिलाकर 61 गुना ज्यादा कीमतों में ये मशीनें खरीदें गई.


EOW की जांच में चौंकाने वाला खुलासा
बता दें कि ईओडब्ल्यू की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं. करोड़ों रुपये का ये घोटाला CMHO डॉक्टर बीड़ी सोनवाने, राम खिलावन पटेल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और ADM बीडी सिंह के रहते हुए हुआ है. इसके अलावा इसमें पांच सप्लायर्स को भी EOW ने आरोपी बनाया है.


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2019 से 2022 की बीच घोटाला
ईओडब्ल्यू की जांच में ये खुलासा हुआ है कि  2019 से 2022 में खरीदे गए उपकरण में पूरा भ्रष्टाचार हुआ है. मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ कॉरपोरेशन के रेट को खरीदी में दरकिनार करते हुए,61 गुना ज्यादा कीमतों में मशीनें खरीदें गई. 


पिता -पुत्र और बहू का भी हाथ
ईओडब्ल्यू ने भोपाल के जिन कारोबारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है, उनमें से 5 लोग एक परिवार के सदस्य हैं. इन पर आरोप हैं कि तीन फर्मों के जरिए 13 प्रकार के उपकरणों की सप्लाई की है. इस पूरे मामले में अफसरों के साथ मेसर्स साइंस हाउस मेडिकल्स प्राइवेट की संचालक सुनैना तिवारी, जितेंद्र तिवारी, अनुजा तिवारी, शैलेंद्र तिवारी और महेश बाबू शर्मा को आरोपी बनाया गया है. ये सभी आरोपी भोपाल के गौतम नगर में रहते हैं. इनके बीच पिता-पुत्र और पुत्रवधु का रिश्ता है.


रिपोर्ट- आकाश द्विवेदी