शाजापुर-मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच कई जिलों से लापरवाही की खबरें सामने आ रही हैं. स्वास्थ्य सेवाओं के हाल बेहाल हैं. कहीं ऑक्सीजन की कमी है तो कहीं मरीज बेड्स की किल्लत से परेशान हो रहे हैं. इसी बीच शाजापुर जिला अस्पताल से बदहाल स्वास्थ्य व्यवास्था का मामला सामने आया है.  


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यह जिला अस्पताल भगवान भरोसे चल रहा है. यहां न तो कोई सिविल सर्जन है और न ही पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं. कभी रात में कोविड वार्ड की बत्ती गुल हो जाती तो कभी कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही. जिला अस्पताल से आमने आ रही इस तरह की लापरवाही के चलते अब तक दो सिविल सर्जन बदले जा चुके हैं. 


हाल ही में कलेक्टर ने तीसरे सिविल सर्जन के रूप में CMHO को प्रभार दिया था. लेकिन उन्होंने सिविल सर्जन का प्रभार लेने से इंकार कर दिया. बार-बार कोविड वार्ड की बिजली गुल हो रही है और इमरजेंसी के लिए भी कोई बिजली की व्यवस्था नहीं है. इस पूरे मामले में CMHO से बात करना चाही तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया.


बीती रात 1 घंटा गायब रही बिजली
बीती रात एक घंटा से ज्यादा अस्पताल की बत्ती गुल रही है. ऐसे में कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और  उनके परिजन गर्मी से राहत के लिए हवा करते नजर आए. बिजली गुल होने के बाद एक मरीज जमीन पर ही लेट गया था.


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