पंडवानी गायिका बनेंगी विद्या बालन, Big B सुनाएंगे कहानी, बड़े परदे पर तीजन बाई का `संघर्ष` जल्द
तीजन बाई छत्तीसगढ़ की पहली महिला गायिका हैं, जिन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया है.
रायपुरः पंडवानी गायन के जरिए छत्तीसगढ़ को देश दुनिया में पहचान दिलाने वाली तीजन बाई पर बॉलीवुड फिल्म बनने जा रही है. दुर्ग जिले की रहने वाली तीजन बाई का किरदार अभिनेत्री विद्या बालन द्वारा निभाया जाएगा, बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन फिल्म में उनके नाना का रोल निभाते दिखेंगे. फिल्म की शूटिंग अगले साल मार्च तक शुरू होगी.
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विद्या बालन जल्द आएगी रायपुर
फिल्म निर्माताओं ने तीजनबाई के जीवन पर आधारित फिल्म बनाने को लेकर उनसे बात कर औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं. विद्या बालन छत्तीसगढ़ी सीखने और गायिका का किरदार समझने के लिए जल्द ही रायपुर आ सकती हैं. छत्तीसगढ़ी गायन को विश्व स्तर पर ले जानी वाली गायिका को भारत रत्न छोड़कर देश के सभी सर्वोच्च पुरस्कार मिल चुके हैं.
बचपन में सुनती थीं नाना से कहानियां
तीजन बाई का जन्म 24 अप्रैल 1956 को गनियारी (भिलाई) में हुनुकलाल परधा और सुखवती देवी के यहां हुआ था. वह अपने नाना ब्रजलाल से महाभारत की कहानियां सुनते बड़ी हुईं. सत्तर के दशक में उन्होंने पंडवानी गायन की शुरुआत की. जब महिला गायिकाएं बैठकर वेदमती शैली में गाती थीं, पुरुष खड़े होकर गाते थे, जिसे कापलिक शैली कहते हैं. तीजन बाई ने भी कापलिक शैली में पंडवानी गायन कर विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त की.
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तीजन बाई को 1988 में मिला पहला पद्म अवार्ड
डॉ. तीजन बाई ने बीएसपी (भिलाई स्टील प्लांट) में डीजीएम के पद से साल 2016 में रिटायरमेंट लिया. उन्हें 2017 में खैरागढ़ संगीत यूनिवर्सिटी से डिलिट की उपाधी दी गई थी. भारत सरकार ने 1988 में उन्हें पद्मश्री, 2003 में पद्म भूषण और 2019 में पद्म विभूषण से अलंकृत किया. इसके अलावा वह 1995 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और 2007 में नृत्य शिरोमणी से भी सम्मानित कीं जा चुकी हैं.
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