Madhya Pradesh News: प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव कई बड़े फैसले ले रहे हैं. एक तरह से भोपाल की पहचान कही जाने वाली BRTS लेन को हटाने का फैसला लिया है. इस संबंध में योजना पर भोपाल में हुई कैबिनेट की बैठक में चर्चा हुई. संभावना है कि जल्द ही इसपर का शुरू होगा.


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कैबिनेट में हुआ फैसला
आज भोपाल में मोहन यादव कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी. इसमें BRTS को लेकर भी प्रस्ताव रखा गया. जिसपर चर्चा के बाद ये सहमति बनी की इसे हटाना चाहिए. क्योंकि, इससे शहर के यातायात में कई तरह की समस्याएं आ रही है. इस तरह डॉ मोहन यादव की सरकार ने राजधानी भोपाल में बीआरटीएस को हटाने का फैसला लिया. अब संभावना जताई जा रही है की इसे हटाने का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा.


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कैसे होगा काम?
भोपाल में लंबे समय से इस बात पर चर्चा हो रही थी कि BETS के कारण यातायात में काफी समस्या हो रही है. अब इसे सरकार ने हटाने का प्लान बनाया है. इसके लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा. बीआरटीएस की लंबाई के अलग-अलग हिस्सों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा. ऐसे करके धीरे-धीरे इसे भोपाल की सड़कों हटा दिया जाएगा.


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कितनी है लंबाई और लागत
बता दें भोपाल में शिवराज सरकार के दौरान BRTC को खास प्लान के साथ तैयार किया गया था. इसके तहत वर्ष 2011 में लगभग 247 करोड़ की लागत से बीआरटीएस बना था. बीआरटीएस की लंबाई मिसरोद से बैरागढ़ तक 24 किलोमीटर है. इसमें भोपाल सिटी बसें चलती हैं. इसके साथ ही इसे जरूरी होने पर एंबुलेंस आदि के लिए उपयोग किया जाता रहा है. इसे बनाने में 247 करोड़ की लागत आई थी. हालांकि, इसे हटना में कितने लागत आएगी इसे लेकर अभी को पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है.