भोपालः  मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ा कदम उठाया है. सीएम ने मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदेश के सभी जिलों को एक-एक करोड़ रुपए राशि स्वीकृत की है. इस राशि का उपयोग कोरोना से बचाव और इलाज के लिए जरूरी आवश्यक उपकरणों की खरीदी के लिए किया जाएगा. 


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52 जिलों को जारी किए गए 52 करोड़ रुपए 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना समीक्षा बैठक के बाद महामारी की रोकथाम के लिये प्रत्येक जिले को एक करोड़ रुपये की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी की है. प्रदेश के 52 जिलों के लिये जारी की गई 52 करोड़ रुपये की राशि कोविड-19 के लिये आवश्यक उपकरणों के क्रय, पुनर्वास शिविरों में भोजन एवं कपड़े की व्यवस्था, मेडिकल शिविरों के संचालन, शिविरों का पर्यवेक्षण-संचालन, आवश्यक कार्यों में तैनात कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये क्रय की जाने वाली सामग्री और साफ-सफाई आदि पर व्यय की जा सकेगी. 


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महामारी की रोकथाम के लिए निविदा प्रक्रिया का पालन किया जाना आवश्यक नहीं
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से उपलब्ध करवाई गई राशि के व्यय के संबंध में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक अंतर्विभागीय समिति का गठन किया जायेगा. यह समिति कोविड-19 की रोकथाम के लिये किये गये व्यय का परीक्षण, पर्यवेक्षण एवं स्वीकृति के लिये सक्षम होगी. मनीष रस्तोगी ने बताया कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम से संबंधित व्यय आपातकालीन व्यय की श्रेणी का है. इसलिए  इसमें निविदा प्रक्रिया का पालन किया जाना आवश्यक नहीं है. मुख्यमंत्री राहत कोष की राशि के व्यय संबंधी मूल अभिलेख जिला स्तर पर सुरक्षित रखे जाने और राशि व्यय उपरांत निर्धारित प्रारूप में उपयोगिता प्रमाण-पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करवाने के निर्देश जिला कलेक्टर्स को दिये गये हैं. 


एमपी में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज 
मध्य प्रदेश में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा हैं. आज फिर प्रदेश में कोविड के 8998 नए मरीज मिले हैं. जबकि प्रदेश में आज कोविड के 40 मरीजों की मौत भी हुई है. ऐसे में प्रशासन की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. भोपाल और इंदौर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.


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