Chhatisgarh News: सर्दियों का सीजन शुरु हो गया है. दिसंबर महीने में ठिठुरन बढ़ जाती है. जिसकी वजह से लोग अलाव जलाते हैं. लोग अपने साथ - साथ पशु पक्षियों के लिए भी व्यवस्था करते हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के धमतरी ( Dhamtari News) जिले से एक अजीबो- गरीब मामला सामने आया है.  बता दें कि यहां पर करीब 150 साल पुराने पीपल के पेड़ की टहनियों को काटने की वजह से सैकड़ों पक्षियों की मौत हो गई है. घटना के आस- पास के इलाकों के साथ वन विभाग (Dhamtari Forest Department) में हड़कंप मचा हुआ है. 


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कहां का है मामला 
पूरा मामला धमतरी के सदर रोड इलाके का है. यहां पर लगभग 150 साल पुराने पीपल के पेड़ की टहनियों को मोटाराइज्ड सॅा मशीन और क्रेन की मदद से काटा गया. बताया जा रहा है कि इसे काटने के लिए वन विभाग के द्वारा कोई परमिशन भी नहीं ली गई. टहनियों को काटने की वजह से सैकड़ों घोसले जमीन पर गिर गए जिससे कई सैकड़ों पक्षियों की मौत हो गई. बता दें कि मामले के बाद वन विभाग की टीम जांच करने में जुटी हुई है. 


मरने वाले पक्षियों को लेकर कहा जा रहा है कि ये पनडुब्बी प्रजाति की कॅार्मोरेंट पक्षी है. हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि करीब 150 साल पुराने वृक्ष पर ये प्रवासी पक्षी निवास कर रहे थे. यहीं पर ये घोसला बनाकर रह रहे थे, लेकिन अचानक से पेड़ कटने की वजह से इनकी तड़प कर जान चली गई. मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि सर्दियों के दिनों में ये कॅार्मोरेंट पक्षी अक्सर शहर में आ जाते हैं, इसके बाद जैसे ही मौसम बदलता है ये कहीं दूसरी जगह अपना ठिकाना ढूंढ़ लेते हैं. 


जांच में जुटा वन विभाग 
पक्षियों की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है. इसके अलावा मामले को वाइल्ड लाइफ ने भी संज्ञान में लिया है. बता दें कि पूरे मामले की जांच में वन विभाग की टीम भी जुट गई है, अब देखने वाली बात होगी की वन विभाग की जांच में कौन सी बात सामने आती है. इसके आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जा सकती है.