अलवर में करीब 3 घंटे मूवमेंट के बाद पैंथर को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया. मंगलवार सुबह रात के अंधेरे में RR कॉलेज इलाके से निकलकर खदाना मोहल्ले में आ गया था.
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Alwar News: राजस्थान के अलवर में मंगलवार सुबह-सुबह खदाना मोहल्ले में पैंथर का मूवमेंट दिखने के बाद आस पास लोगों में भय का माहौल बन गया, जहां पैंथर 2 घंटे छुपा रहा. वहां से वनमंत्री संजय शर्मा का घर भी महज 300 मीटर की दूरी पर है. कॉलेज कैंपस में मूवमेंट था. आबादी में तीन घंटे दहशत फैलाने के बाद पकड़ा गया. 2 साल पहले भी हनुमान बागची में आया पैंथर था.
अलवर के घनी आबादी में करीब 3 घंटे मूवमेंट के बाद पैंथर को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया. मंगलवार सुबह रात के अंधेरे में RR कॉलेज इलाके से निकलकर खदाना मोहल्ले में आ गया था. सामान्य दिनों की तरह लोग गलियों में खड़े होकर बातें कर रहे थे. तभी पैंथर उनके बीच से भागकर निकला.पैंथर को देख मोहल्ले के लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे. गनीमत रही कि उसने किसी पर हमला नहीं किया.
RR कॉलेज कैंपस में एक दिसंबर को पहली बार देखा गया था. आशंका जताई जा रही थी कि यह पैंथर RR कॉलेज कैंपस से आवासीय इलाकों में आ गया है. पिछले एक महीने से कॉलेज कैंपस के आसपास पैंथर का मूवमेंट था. पैंथर को अलवर शहर स्थित RR कॉलेज के आसपास एक दिसंबर को पहली बार देखा गया था.
कॉलेज कैंपस में चारों तरफ घना जंगल है. 29 दिसंबर की रात को स्टाफ रूम के पास पैंथर के पगमार्क मिले थे. मंगलवार सुबह पैंथर कॉलेज कैंपस से निकलकर डेढ़ किमी दूर कंपनी बाग इलाके में देखा गया था. यहां से वन मंत्री
संजय शर्मा का घर केवल 300 मीटर दूर है.
खदाना मोहल्ले की गली में कुछ लोग खड़े थे. लोगों के बीच से होते हुए पैंथर तेजी के साथ चौक से दूसरी गली में पहुंच गया. महज दो सेकेंड में वह चौक को पार किया था. देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई. पैंथर वहीं एक खाली प्लॉट में दुबक गया. लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. जिसके बाद मौके पर वनकर्मी पहुंचे.
वहीं, CCF संग्राम सिंह कटारिया व सरिस्का DFO राजेन्द्र हुड्डा ने बताया कि आज सुबह सूचना मिली कि अलवर जिला अस्पताल के पीछे की ओर खदाना मोहल्ले में पैंथर दिखाई दिया है. इसकी सूचना के बाद वनकर्मियों सहित ट्रेंकुलाइज करने वाली टीम पहुंची और जहां छुपा होने की सूचना थी वहां पैंथर की तलाश की गई लेकिन पैंथर वहां से दीवार पर छलांग लगाते हुए गलियों से गुजरते हुए पास में अलवर के सबसे बड़े गार्डन कंपनी बाग में आ दुबका.
वहीं, टीम ने पीछा करते हुए लेपर्ड की मूवमेंट देखी और उसको ट्रेंकुलाइज करने में सफलता पायी. जिसका रेस्क्यू कर अब पैंथर को राजगढ़ के पास घने जंगल मे छोड़ा जाएगा. वहीं, बताया कि यह नर पैंथर है. जिसकी उम्र करीब 5 वर्ष है और सम्भवतः ये वही नर पैंथर है, जो पिछले 1 महीने से राजर्षि महाविद्यालय के जंगल मे घूम रहा था लेकिन अभी भी हमारी टीम 3 दिन तक RR कॉलेज के जंगल मे ट्रैप कैमरे से निगरानी रखेगी.
अगर कोई मूवमेंट पैंथर का नहीं मिलता है तो मान लिया जा सकता है कि यह वही पैंथर है. करीब 20 से ज्यादा वनकर्मियों की टीम व अलवर पुलिस की सहयोग से पैंथर पकड़ में आ पाया है.