Madhya Pradesh News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के आदेश के बाद इंदौर कलेक्टर द्वारा शुक्रवार को एक उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है. यह दल शहर में होने वाले ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करेगा. वहीं शहर के विवादास्पद स्थलों को अलग चिन्हित कर विशेष ध्यान दिया जायेगा. इस दल को उपयुक्त साधन व सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएंगी.


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इस दल में तहसीलदार और थाना प्रभारियों को भी शामिल किया गया है, जो शहर में हो रहे हैं ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करेंगे. इसके साथ ही इस यह दल को उपयुक्त सुरक्षा व साधन मुहैया कराई जाएंगे. वहीं शहर के विवादस्पद स्थलों को अलग चिन्हित कर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस दल को ध्वनि नियंत्रण के संदर्भ में विशेष प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. शहर व ग्रामीण में थाने स्तर पर सबको समझाया भी जाएगा. वहीं विवादास्पद धार्मिक जगहों पर जाकर बैठकें कर इसके बारे में बताया जायेगा.


अतिक्रमण पर भी हुई कार्रवाई
इधर, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बीते दिन कहा था कि शहर के बाजारों में अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को लेकर निगम सख्त रवैया अपनाने वाली है. जिसको लेकर आज सुबह नगर निगम के अधिकारियों ने बाजार खुलने के दौरान व्यापारी संगठनों से और बाजार में पहुंचकर अतिक्रमण नहीं करने का निवेदन भी किया था, जिसके बावजूद कई दुकानदारों ने अतिक्रमण किया जहां निगम का रिमूवल दल दोपहर में शहर के राजवाड़ा के पास पहुंचकर दुकानदारों की सामग्री भी जब्त की.


पुलिस और दुकानदारों में हुई बहस
इंदौर के आड़ा बाजार, सराफा बाजार, पिपली बाजार, क्लॉथ मार्केट, निहालपुरा बाजार सहित अन्य क्षेत्र में अतिक्रमण दस्ता पहुंचा और अतिक्रमण फैलाने वाले दुकानदारों को सख्त हिदायत देते हुए कई दुकानदारों की सामग्री जब्त की. इस तरह की कार्रवाई उच्च अधिकारियों के निर्देश पर समय-समय पर की जाती है. वहीं इस कार्रवाई के पहले भी दुकानदारों को अतिक्रमण नहीं करने की सूचना दी गई थी. दोपहर में हुई निगम की रिमूवल कार्रवाई के दौरान बाजारों में कई दुकानदारों और निगम के लोगों के बीच कहा सुनी और झूमा झटकी की घटना भी देखने को मिली.


रिपोर्ट: शिव मोहन शर्मा, इंदौर