Kota Kidnapping Case: बीते दिनों कोटा में NEET की तैयारी करने गई एक छात्रा के अपहरण वाले मामले में अब एक बड़ी बात निकलकर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक छात्रा ने कोटा आने के पहले ही इंदौर आने की प्लानिंग कर ली थी. हालांकि किडनैपिंग और फिरौती की झूठी कहानी का खेल बाद में इस कहानी में जोड़ा गया है. 


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दरअसल पुलिस की जांच में सामने आया है कि छात्रा 3 दिनों तक तो कोटा में परिजनों के बताए हुए हॉस्टल में नहीं बल्कि किसी दूसरे ही हॉस्टल में रही थी. जिस हॉस्टल में छात्रा रुकी थी, पुलिस ने उस हॉस्टल की जानकारी को अभी गोपनीय रखा है. हॉस्टल संचालक ने बताया कि छात्रा ने हॉस्टल खाली करने से पहले अपनी मां से बात करवाई थी. मां के कहने पर ही उसे हॉस्टल से जाने दिया था.


छात्रा और उसका दोस्त अब भी फरार
मामले को लेकर एसपी अमृता दुहान ने बताया कि अभी तक की जांच में यह साफ हो चुका है की छात्रा का अपरहण नहीं हुआ था. छात्रा अपने दोस्तों के साथ ही थी. 19 मार्च को छात्रा के अपहरण का मामला दर्ज किया गया था. कोटा पुलिस ने इंदौर में छात्रा के दोस्त से पूछताछ की थी, जिसमें खुलासा हुआ था कि उसने विदेश में पढ़नके लिए अपने अपहरण की झूठी साजिश रची थी. जिसमें उसका एक दोस्त भी शामिल था.


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छात्रा ने छोड़ दिया हॉस्टल
स्थानीय समाचार पत्र में छपी खबर के मुताबिक हॉस्टल संचालक ने बताया कि छात्रा अपनी मां और दो रिश्तेदारों के साथ हमारे हॉस्टल आई थी. हॉस्टल में रहने के लिए बकायदा उसका फॉर्म भी भरा. इसके बाद छात्रा 3 दिनों तक कोचिंग नहीं जा रही थी, फिर छात्रा ने कहा कि वो हॉस्टल का कमरा खाली करेगी, और उसने फिर अपनी मां से बात भी करवाई. छात्रा की मां ने कहा कि उनकी बेटी को कमरा और हॉस्टल का खाना पसंद नहीं आया.


दूसरे राज्य में होने की संभावना
वहीं इस पूरे मामले में कई कड़ियां जुड़ते चली जा रही है, पुलिस अधिकारी भी इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं कि वह इंदौर से दूसरे जिले या फिर एमपी से ही बाहर निकल गए हो. ऐसे में एक टीम इस दिशा में काम कर रही है. आखिरी बार छात्रा इंदौर के भंवरकुआ के भोलाराम उस्ताद के सामने दिखी थी. जिसका सीसीटीवी भी सामने आय़ा था. छात्रा अपने दो दोस्तों का साथ दिखी थी.