Madhya Pradesh NEWS: मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल लोक के बाद प्रदेश सरकार सूबे के अन्य प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्रों के विकास और उन्हें पर्यटन से जोड़ने की रूपरेखा बना रही है. भले ही अभी चुनाव आचार संहिता लागू हो पर प्रदेश में सभी जगहों पर मतदान हो जाने के बाद अब सरकारी अधिकारी जमीन पर इस विकास की रूपरेखा बनाने में जुट गए हैं. सूबे के सागर जिले में स्थित देश भर में प्रसिद्ध मां हरसिद्धि के दरबार रानगिर में पर्यटन विभाग देवी लोक का निर्माण करने जा रहा है. इस देवी लोक कॉरिडोर में तमाम तरह की सुविधाएं होंगी, जिससे भक्तों और पर्यटकों को लाभ मिलेगा. 


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पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने इलाके के भाजपा विधायक पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे भाजपा नेता अभिषेक दीपू भार्गव के साथ इस स्थल का निरीक्षण किया और लोक निर्माण को लेकर रूपरेखा बनाई. इस मामले में पर्यटन विभाग के चीफ इंजीनियर दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि रानगिर की तरह प्रदेश के दूसरे धर्म स्थलों के विकास की रूपरेखा भी बनकर तैयार है और जल्दी ही काम शुरू भी होगा.


अद्भुत है मां के दरबार की कहानी
माता हरसिद्धि का मंदिर प्राचीन बताया जाता है. इस मंदिर से जुड़ी एक कहानी प्रचलित है, जिसके मुताबिक, यहां एक चरवाहा रहता था. माता हरसिद्धि प्रतिदिन एक कन्या के रूप में खेलने आती थीं और चारवाहे की बच्ची को एक चांदी का सिक्का देकर जाती थीं. रोज-रोज चांदी के सिक्के देखकर चरवाहा हैरान था. एक दिन जब चरवाहे ने छिपकर देखा तो वो हैरान रह गया. खुद मां हरसिद्धि कन्या का रूप धारण कर करके आती थीं. चरवाहे ने माता को कन्या रूप को देख लिया. तब से माता पाषाण मे बदल गईं. इसके बाद लोगों ने यहां चबूतरा बनवाकर मंदिर की स्थापना की. 


कैसे पहुंचे रानगिर?
सागर की रहली तहसील के रानगिर में हरसिद्धि माता मंदिर घने जंगलों के बीच स्थित है. यहां हर रोज सैकड़ों लोग दर्शन के लिए आते हैं. नवरात्रि में यह संख्या लाखों तक पहुंच जाती है. सागर मुख्यालय से रानगिर पहुंचने के दो रास्ते हैं. पहला रास्ता सागर नरसिंहपुर रोड से होकर जाता है.  सुरखी जाने के लिए कुछ आगे मुख्य मार्ग से हटकर लगभग 10 किलोमीटर अंदन जाना होता है. दूसरा रास्ता जबलपुर सागर रोड से होकर जाता है. पांच मील पहुंचकर मुख्यमार्क से हटकर रानगिर पहुंचा जा सकता है. रानगिर जाने के लिए दोनों तरफ से पक्की सड़के हैं.


रिपोर्ट: महेंद्र दुबे, सागर