शिक्षक बोले- हमें भी मिले कोरोना वॉरियर्स का दर्जा, सरकार को पत्र लिख 9वीं-11वीं के छात्रों के लिए की ये मांग
बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच मध्य प्रदेश के शिक्षकों ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर कुछ मांगें की हैं.
भोपालः मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. प्रदेश के शिक्षक भी लगातार कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. जबकि कई शिक्षकों की अब तक कोरोना से मौत भी हो चुकी है. ऐसे में मध्य प्रदेश के शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर शिक्षकों को कोरोना वॉरियर का दर्जा मांगा है, जबकि 10वीं और 12वीं के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिए जाने की मांग की है.
दिया जाए कोरोना वॉरियर का दर्जा
शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार को भेजे गए पत्र में लिखा है कि ''वर्तमान में शिक्षक अपने मूल कार्य के अलावा कोरोना महामारी के बचाव में भी काम कर रहे हैं. शिक्षकों ने नगरपालिका, नगर निगम, हॉस्टिपटल, टोल नाको, रेलवे स्टेशन से लेकर टीकाकरण अभियान में साथ निभाया है. पिछले एक साल में कई शिक्षक ड्यूटी के दौरान इस महामारी से संक्रमित होकर अपनी जान गवां चुके हैं. इसके बाद भी सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों में अब तक शिक्षकों को कोरोना वॉरियर्स के रूप में शासन स्तर पर कोई राहत नहीं मिली है. जबकि शिक्षक भी वहीं कार्य कर रहे हैं जो कार्य स्वास्थ्य, पैरामेडिकल स्टाफ या फिर पुलिसकर्मी कर रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के शिक्षकों को भी कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिया जाए.'''
9वीं और 11वीं के छात्रों को दिया जाए जनरल प्रमोशन
वहीं शिक्षक संघ ने पत्र के माध्यम से कुछ और मांगे भी सरकार से की हैं. ''पत्र में लिखा है कि कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों को घर-घर परीक्षा कॉपियां भिजवाने से संक्रमण और ज्यादा फैल सकता है, इसलिए कक्षा 9वीं और 11वीं तक के छात्रों को कोरोना महामारी के चलते सीधा जनरल प्रमोशन दिया जाए. ''
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मृतक शिक्षकों के परिजनों को अर्थिक सहायता दी जाए
इसके अलावा शिक्षकों ने सरकार से मांग की है कि ''55 साल से ज्यादा उम्र के शिक्षकों को कोरोना महामारी से जुड़े कामों में न लगाया जाए. जबकि जिन शिक्षकों की ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना से मौत हुई है, उन शिक्षकों के परिवारों को निर्धारित आर्थिक सहायता के साथ उनके पात्र और आश्रित परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए. ताकि उनके परिवार की इस मुश्किल वक्त में कुछ मदद हो सके.''
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