मनीष पुरोहित/मंदसौर: मध्यप्रदेश के मंदसौर में जल संकट के इस दौर में सियासत शुरू हो गई है. जल संकट पर सियासत करते हुए जहां कांग्रेस पेयजल योजनाओं के समय पर पूरा ना होने का आरोप लगाते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रही है.


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वही सत्तासीन बीजेपी चंबल योजना के टेस्टिंग के दौर में होने के बावजूद वर्तमान में इस संकट के समय में शहर की पेयजल आपूर्ति में बड़ा योगदान देने का दावा करती नजर आ रही है.


कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस नेता और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हनीफ शेख ने आरोप लगाया कि शहर को पेयजल सप्लाई करने वाले तमाम पेयजल स्त्रोत पूरी तरह से सूख चुके हैं. शहर की पेयजल आपूर्ति चंबल योजना के तहत एक पंप से आने वाले पानी से की जा रही है. पिछली नगर पालिका ने इस योजना पर ध्यान नहीं दिया.


कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
हालांकि कलेक्टर के प्रशासक बनने के बाद आनन-फानन में योजना पूरी हुई. यदि समय रहते इसका काम पूरा हो जाता. टेस्टिंग पूर्ण हो जाती तो शहर को इस कृत्रिम जल संकट के दौर से नहीं गुजरना पड़ता. यह योजना फेल साबित हो रही है. इस योजना में हुई देरी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.


बीजेपी ने किया बड़ा दावा
बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया बताते हैं कि पिछले साल बारिश कम हुई जिसकी वजह से जिन जल स्त्रोतों पर हम पेयजल के लिए निर्भर रहते हैं. वे भर नहीं पाए थे. इस बार भी अभी बारिश नहीं हुई है इस वजह से जल संकट खड़ा हुआ है. शहर में नल कनेक्शनों की संख्या भी काफी बड़ी है. पाइपलाइन के जरिए चंबल का पानी लाने की योजना से 30% पानी की आपूर्ति की जा रही है. यह कहना गलत है कि यह योजना फेल हुई है. अभी इसकी टेस्टिंग चल रही है.


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