MP Election 2023: बीजेपी का मजबूत किला मानी जाती है ये सीट, 33 साल बाद कांग्रेस को 2018 में मिली थी जीत
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के अशोकनगर विधानसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है. 2020 में अशोनगर और मुंगावली में हुए उप चुनाव (Sub Election 2023) में कांग्रेस के कब्जे से दोनों सीट चली गई.इस बार यहां का क्या समीकरण क्या होगा और इस सीट का क्या इतिहास है यहां जानें.
Ashok Nagar Seat Analysis: मध्यप्रदेश की अशोकनगर विधानसभा सीट बीजेपी का मजबूत किला मानी जाती है. इस विधानसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है. 2020 में अशोनगर और मुंगावली में हुए उप चुनाव (Sub Election 2023) में कांग्रेस के कब्जे से दोनों सीट चली गई. फिलहाल इन दोनों सीट पर बीजेपी काबिज है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद डॉ. केपी यादव, हैं जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. 2020 में भारतीय जनता पार्टी से जयपाल सिंह ने कांग्रेस के आशा दोहारे को 15 वोटों के मार्जिन से हराया था.
अशोकनगर सीट का जातिगत समीकरण
अशोकनगर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.2018 के चुनाव के मुताबिक यहां कुल वोटर 1.91 लाख है, जिसमें पुरुष वोटरः 1.01 लाख (52.97%) और महिला वोटरः 89795 हजार (47.00%) हैं. जातिगत आंकड़ों की बात करें तो अशोकनगर में अनुसूचित जाति वर्ग, यादव, रघुवंशी मतदाता निर्णायक भूमिका में होते हैं. दूसरे नंबर पर यादव मतदाता हैं. इसके अलावा ब्राह्मण और कुशवाह समाज यहां पर निर्णायक भूमिका भूमिका में होते हैं.इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जयपाल सिंह जैजी 65750 वोट पाकर विजयी हुए. जबकि बीजेपी प्रत्याशी लड्डू राम कोरी 56020 वोट के साथ हार गए.
अशोकनगर सीट का राजनीतिक इतिहास
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में तीन विधानसभा सीट अशोकनगर,(Ashoknagar) चंदेरी (Chanderi) और मुंगावली ( Mungavali)आती है. अशोकनगर सीट 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खाते में आई थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे जिस वजह से यहां उपचुनाव हुआ था.
यह भी पढ़ें: Nepanagar Vidhan Sabha Seat: इस सीट से जिसका विधायक प्रदेश में उसकी सरकार, इस बार कौन पड़ेगा भारी? जानिए
2013 वोटों के आकड़े
2013 विधानसभा चुनाव के समय अशोकनगर विधानसभा में कुल 128176 लोगों ने मतदान किया था. जिसमें बीजेपी प्रत्याशी गोपीलाल यादव 55976 वोट पाकर विजयी हुए थे. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जयपाल सिंह जैजी को 52628 वोटों के साथ हार का सामना करना पड़ा था. हार जीत का अंतर 3348 रहा.
अब तक कौन-कौन जीता
- 1957 में रामदयाल सिंह कांग्रेस
- 1962 में रामदयाल सिंह कांग्रेस
- 1967 में मुलतानमल स्वतंत्र पार्टी
- 1972 में महेन्द्र सिंह भारतीय जनसंघ
- 1977 में चिमनलाल गुजारीलाल जनता पार्टी
- 1980 में महेन्द्र सिंह इंडियन नेशनल कांग्रेस
- 1985 में रविन्द्र सिंह इंडियन नेशनल कांग्रेस
- 1990 में नीलम सिंह यादव बीजेपी
- 1993 में नीलम सिंह यादव बीजेपी
- 1998 में बलवीर सिंह कुशवाहा बहुजन समाज
- 2003 में जगन्नाथ सिंह रघुवंशी बीजेपी
- 2008 मे इंजीनियर लड्डूराम कोरी बीजेपी
- 2013 में गोपीलाल जाटव बीजेपी
- 2018 में जजपाल सिंह जज्जी कांग्रेस
-2020 में जयपाल सिंह भाजपा