नई दिल्लीः माइकल डे नास्त्रेडेम, जिन्हें हम नास्त्रदमस के नाम से भी जानते हैं, वह फ्रांस के भविष्यवक्ता, फिजिशियन थे. नास्त्रेदमस ने एक किताब लिखी थी, जिसे लेस प्रोफेटीज के नाम से जाना जाता है. इस किताब में 942 कविताएं हैं और माना जाता है कि इन कविताओं के जरिए नास्त्रेदमस ने भविष्य के इवेंट के बारे में बताया गया है. नास्त्रेदमस की किताब का पहला एडिशन 1555 में प्रकाशित हुआ था. इतने सालों में नास्त्रेदमस की कई भविष्य़वाणियां सही साबित हुई हैं. हालांकि कुछ भविष्यवाणी गलत भी हुईं. नास्त्रेदमस ने एडोल्फ हिटलर, यूएस राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी और 9/11 के आतंकी हमले के बारे में जो भविष्यवाणी की थीं, वो सही साबित हुईं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस साल परमाणु युद्ध होने के आसार
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की थी कि साल 2022 में परमाणु युद्ध होने के आसार हैं, जिसके चलते पर्यावरण में बड़े बदलाव होंगे. यह बदलाव बाढ़ और भूकंप का कारण बनेंगे. अभी जो दुनिया में हालात बने हुए हैं, उन्हें देखते हुए नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सच भी साबित हो सकती है. एक तरफ जहां रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है और इससे रूस और अमेरिका के बीच भी तनातनी काफी बढ़ गई है. दोनों ही देश परमाणु शक्ति के महारथी हैं. ऐसे में अगर युद्ध खतनाक मोड़ पर जाता है तो परमाणु युद्ध के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है. रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन पहले ही दुनिया को परमाणु युद्ध के खतरे के प्रति आगाह कर चुके हैं. 


वहीं चीन और ताइवान के बीच जिस तरह से तनाव बढ़ रहा है और अमेरिका जैसे देश ताइवान के समर्थन में हैं. ऐसे में इससे भी परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ रहा है. 



मशीनें बना लेंगी इंसानों को गुलाम!
नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में बताया था कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इंसानों पर अधिकार कर लेगी और दुनिया पर उसी का राज होगा. नास्त्रेदमस ने 2022 में ऐसा होने की बात कही थी. नास्त्रेदमस ने दुनिया में भुखमरी बढ़ने की भी आशंका जाहिर की थी. नास्त्रेदमस ने कहा था कि युद्ध के चलते दुनिया में भुखमरी बढ़ेगी और इसके कारण बड़ी संख्या में लोगों का पलायन होगा.