Chhattisgarh News: विदेशों में भी जलवा बिखेरने को तैयार बिलासपुर की बेटी! सफर में आ रही हैं ये मुश्किलें
Chhattisgarh News: कहते हैं प्रतिभा किसी सहारे की मोहताज नहीं होती है. हुनर खुद अपना रास्ता बना लेता है. संघर्षों से भरी एक कहानी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से सामने आई है. यहां के एक मजदूर की बेटी कॉमनवेल्थ तलवारबाजी चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है. यह प्रतियोगिता 12 से 19 जुलाई 2024 तक न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च में आयोजित होगी, इसके लिए रुपाली एक महीने तक पटियाला में आयोजित विशेष कैंप में शामिल होंगी. हालांकि न्यूजीलैंड जाने के लिए खर्च को लेकर रुपाली बहुत ज्यादा परेशान हैं, जानिए कैसे रहा रुपाली के संघर्षो का सफर.
बिलासपुर की मजदूर की बेटी रुपाली साहू ने कमाल करते हुए कॉमनवेल्थ तलवारबाजी चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है, यह प्रतियोगिता न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च में आयोजित होगी, इसके लिए रुपाली एक महीने तक पटियाला में आयोजित विशेष कैंप में शामिल होंगी.
चिंगराजापारा के छोटे से घर से निकल मजदूर की बेटी रुपाली साहू अब न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च में अपना जौहर दिखाएंगी. तलवारबाजी खिलाड़ी रुपाली साहू का चयन कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के लिए किया गया है.
यह प्रतियोगिता 12 से 19 जुलाई 2024 तक होगी, खिलाड़ी ने बताया कि उसका का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता एवं गोवा में आयोजित हुए 37 वें राष्ट्रीय खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर किया गया है. अब उन्हें कॉमनवेल्थ गेम के लिए न्यूज़ीलैंड जाना है.
रुपाली वहां जाने के लिए होने वाले खर्च को लेकर काफी परेशान हैं, उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड में 3.50 से 4 लाख खर्च होगा जबकि उनके पिताजी एक राज मिस्त्री है इतना पैसा वह कहां से लाएंगी.
दरअसल रुपाली को खेल संघ प्रशासन से उसे कोई मदद नहीं मिली है, उन्हें उम्मीद है कि कहीं से उन्हें सहयोग मिल जाए तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकेंगी.
जीवविज्ञान से बारहवीं पास रुपाली ने बताया नेशनल खेलने जा रहीं थी तो उसके पास बेहतर तलवार नहीं थीं, कोच ने उन्हें अपनी तलवार दी और उससे खेलकर उन्होंने सिल्वर मेडल प्राप्त किया.
रुपाली बताती हैं कि तलवारबाजी के इक्यूमेंट काफी महंगे आते हैं इसलिए कई बार परेशानी हुई लेकिन सबसे कम कीमत की जो तलवार और दूसरे सामान आते हैं उसे खरीदकर मैदान में उतरती थी, उनके पिता का कहना है कि अब तक तो यहां तक पहुंच गई है अब अंतरराष्ट्रीय खेलने के लिए पैसे की चिंता सता रही है.
रुपाली के कोच के मुताबिक तलवारबाजी संघ खेल संघ से एफिलेटेड तो है लेकिन उसके बाद भी खिलाड़ियों को कॉमनवेल्थ तलवारबाजी चैंपियनशिप के लिए पूरा खर्चा खुद ही उठाना होगा, इसमें साढ़े तीन लाख से 4 लाख का खर्चा होगा.
तमाम अभावों को दूर करते हुए रुपाली साहू ने यह बता दिया है कि मन से ठान लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है, वहीं अब इस मुद्दे पर बेलतरा के विधायक सुशांत शुक्ला ने किस संबंध में संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर इस होनहार खिलाड़ी को टूर्नामेंट में भाग लेने का भरोसा दिलाया है.