Bharat Ratna Women: अब तक इन महिलाओं को मिला है `भारत रत्न`, क्या आप जानते हैं इनके बारे में
Bharat Ratna: भारत रत्न देश का सबसे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. कल कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत देने की घोषणा की गई.
कर्पूरी ठाकुर
देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न, कर्पूरी ठाकुर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, पिछड़ो के बड़े नेता कहे जाने वाले को दिया गया. इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, संघ विचारक नानाजी देशमुख और असम के गायक भूपेन हजारिका को इस सम्मान से नवाजा गया था.
भारत रत्न
अब तक 49 लोगों को ये सम्मान मिल चुका है, जिनमें केवल 5 महिलाएं है जिनको ये सम्मान मिला है. 2001 के बाद से ये सम्मान किसी एक भी महिला को नहीं मिला है. आइए जानते हैं उन महिलाओं के नाम जिनको ये सम्मान प्राप्त हुआ है-
इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी देश की पहली महिला थीं जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. 1971 में उन्हें यह सम्मान मिला. समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए उन्हें ये सम्मान दिया गया था. इंदिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बांग्लादेश को मुक्त कराया था. वे 1966 से 1977 और 1980 से 1984 तक देश की प्रधानमंत्री रहीं थी.
मदर टेरेसा
1980 में मदर टेरेसा को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में काम करने के लिए ये सम्मान दिया गया था. 1979 में उन्हें नोबेल का शांति पुरस्कार भी मिला था. पोप फ्रांसिस द्वारा 4 सितंबर 2016 को उन्हें संत घोषित किया गया था.
अरुणा आसफ अली
अरुणा आसफ अली समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए 1997 में भारत रत्न से सम्मानित होने वाली महिला थीं. अरुणा जी ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई थी और 1958 में दिल्ली की पहली मेयर बनी थीं. मेयर बनकर उन्होने दिल्ली के विकास, सफाई और स्वास्थ्य आदि के लिए काम किया और साथ ही नगर निगम की कार्यप्रणाली में भी सुधार किए थे.
एमएस सुब्बुलक्ष्मी
कर्नाटकीय शास्त्रीय गायिका एमएस सुब्बुलक्ष्मी को 1998 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. इन्हें 1974 में मैग्सेसे पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. सुब्बुलक्ष्मी पहली भारतीय थी जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ की सभा में संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किया था.
लता मंगेशकर
लता मंगेशकर को भारत रत्न 2001 में दिया गया था. कला के क्षेत्र में ये दूसरी महिला हैं जिनको ये सम्मान मिला. उन्हें भारत की नाइटिंगेल भी कहा जाता है. लता जी 36 से ज्यादा भाषाओं में गाना गाई है. उन्हें 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया था.