नई दिल्ली: प्रधानमंत्री हमारे देश के प्रमुख होते हैं, यही वजह है कि उनकी सुरक्षा भी बेहद खास होती है. हमारे देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा SPG करती है. ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए बीते कई दिनों से बड़े पैमाने पर तैयारियां पहले से हो जाती हैं. एसपीजी की टीम कार्यक्रम से 4 दिन पहले ही मौके पर पीएम की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लेती है. 


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क्या है एसपीजी (SPG)
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) का गठन 1985 किया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इस तरह के सुरक्षा दस्ते के गठन का फैसला किया गया था. शुरुआत में एसपीजी प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिजनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालताी थी. कुछ साल पहले ही पूर्व पीएम और उनके परिजनों से ये एसपीजी की सुरक्षा हटा ली गई और अब यह सिर्फ देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा करती है. एसपीजी में मौजूदा वक्त में 3000 जवान हैं और इन जवानों की ट्रेनिंग अमेरिका के सीक्रेट सर्विस के जवानों की ट्रेनिंग की तर्ज पर की जाती है. विभिन्न फोर्स से जवानों को लेकर उन्हें कमांडो ट्रेनिंग दी जाती है. 


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आधुनिक हथियारों से लैस होते हैं SPG के जवान
एसपीजी के उच्च प्रशिक्षित कमांडो 24 घंटे पीएम की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. ये कमांडो इतने खतरनाक होते हैं पलक झपकते ही यह आतंकियों की जान ले सकते हैं. एसपीजी के जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं और उनके पास बेल्जियम से मंगवाई गईं राइफल्स होती है, जो एक मिनट में 850 राउंट फायर कर सकती हैं. साथ ही FNF-2000 असाल्ट राइफल, सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल, जैसे आधुनिक हथियार होते हैं.


एसपीजी के कमांडो हल्की बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होते हैं और सूट में होते हैं. एसपीजी जवानों के चश्मे, जूते आदि भी खास होते हैं. एसपीजी के जवानों को मार्शल आर्ट की भी ट्रेनिंग दी जाती है, जिसके चलते ये जवान निहत्थे भी दुश्मन को धूल चटा सकते हैं.


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पीएम के काफिले में कितनी गाड़ियां होती हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले में अत्याधुनिक गाड़ियां होती हैं. इनमें 2 आर्मर्ड बीएमडब्लू 7 सीरीज सिडान, 6 बीएमडब्लू एक्स5 और एक मर्सिडीज बेंज एंबुलेंस के साथ ही एक दर्जन और गाड़ियां होती हैं. पीएम के काफिले के साथ एक जैमर गाड़ी भी चलती है, जो रोड के दोनों तरफ 100 मीटर के दायरे में किसी भी डिवाइस को डिफ्यूज करने में सक्षम है. पीएम के काफिले में एक डमी कार भी चलती है, जिससे आतंकियों को गुमराह किया जा सके. पीएम के काफिले में करीब 100 जवान शामिल होते हैं. 


बेहद खास होती है पीएम की कार (PM Car)
मान लीजिए अगर किसी परिस्थिति में कोई आतंकी पीएम की कार तक पहुंचने में सफल भी हो जाता है तो बता दें कि वह पीएम का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा. दरअसल पीएम जिस बीएमडब्लू 7 सीरीज कार में सवार होते हैं, वह पूरी तरह से बुलेटप्रूफ होती है और बंदूक की गोलियों और बम विस्फोट का भी उस पर असर नहीं होता है. गौरतलब है कि अगर कार के टायर पंचर भी हो जाएं तो भी ये कार 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 320 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है.