बिलासपुर: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर शहर में एक नागा साधु से मारपीट करने का मामला सामने आया है. घटना शहर के तोरवा थाना क्षेत्र की है. पीड़ित साधु ने आरोप लगाया है कि बीते 23 मार्च को उसके साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की है. घटना के बाद पीड़ित नागा साधु आईजी ऑफिस पहुंचा और आईजी रतनलाल डांगी को लिखित में शिकायत की, जिसके 4 दिन बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मामले में पुलिस का कहना है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने नागा साधु से लूट की वारदात को अंजाम दिया और उसके साथ मारपीट की गई है, जबकि पीड़ित का सीधा आरोप है कि उसे पुलिसकर्मियों ने बेवजह पीटा है. नागा साधु ने अपने शरीर पर मौजूद गहरी चोटों के निशान मीडिया को दिखाए हैं. साधु ने बताया कि मारपीट के दौरान उससे तकरीबन सवा लाख रुपए और जरूरी दस्तावेज समेत उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया है. 


पुलिस का क्या कहना है?
नागा साधु और हिंदू धर्म गुरुओं ने आरोप लगाया कि तोरवा पुलिस के सिपाहियों द्वारा साधु के साथ दुर्व्यवहार किया गया है. इस मामले में संबंधित आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं शहर एडिशनल एसपी उमेश कश्यप का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर दिख रहा है कि किस तरह पुलिस वाले नागा साधु बाबा को कपड़े पहनने और सामान्य बातचीत के लिए निवेदन कर रहे हैं. 


पुलिस कर्मियों ने सिर्फ खाली बैग दिया वापस
नागा साधु और हिंदूवादी नेताओं का कहना है कि पुलिस ने पहले नागा साधु को पीटा, फिर उसका सामान छीन लिया. जब नागा साधु ने विरोध किया तो उसे केवल मोबाइल और खाली बैग वापस किया गया. फिलहाल पुलिस अज्ञात लुटेरों की तलाश में है, जबकि साधु बाबा खुद पर हुए मारपीट और दुर्व्यवहार मामले में इंसाफ की फरियाद लगा रहा है.


ये भी पढ़ें: ऐसी भी मान्यता!: होली-दिवाली मनाते हैं धूमधाम से, 900 सालों से नहीं हुआ रावण, चिता और होलिका दहन


ये भी पढ़ें: कर्ज नहीं चुका पाया, सूदखोर ने व्यापारी के बेटे को अगवा कर पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट


WATCH LIVE TV