भोपाल: अगर आप 26 और 27 फरवरी को बस से कहीं जाने की सोच रहें है तो रुकिए ! दरअसल इस दिन पूर मध्यप्रदेश के बस संचालक हड़ताल पर रहेंगे. बस संचालकों का कहना है कि सीधी हादसे के बाद भोपाल सहित प्रदेश में चल रही परिवहन विभाग की चेकिंग की एकतरफा कार्रवाई के चलते बस संचालकों ने 2 दिनों तक बसों को बंद करने का निर्णय लिया है. जिसमें प्रदेश भर की करीब 20,000 बसों का संचालन नहीं होगा. 


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सीधी हादसे के बाद सरकार की कार्रवाई
बता दें कि सीधी बस हादसे के बाद परिवहन विभाग सख्त हो गया है. परिवहन विभाग ने सभी बसों की चेकिंग के लिए जगह-जगह चेकिंग पॉइंट बना दिए है, जहां बसों की जांच की जा रही है. अगर बस में डबल डोर नहीं या फिटनेस नहीं है तो बसों पर चालानी कार्रवाई की जाएगी.


सस्ता टिकट, महंगा डीजल
वहीं जबलपुर में हुई बस ऑपरेटर एसोसिएशन की लगातार बैठकों का दौर जारी है. जिसमें सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी की जा रही है. बस ऑपरेटरों का कहना है कि मध्यप्रदेश में जब 58 रुपए प्रति लीटर डीजल बिक रहा था, तब बसों का किराया निर्धारित किया गया था. लेकिन आज मध्य प्रदेश में 90 रुपए लीटर डीजल बिक रहा है, लेकिन किराया हम पुरानी दरों पर ही वसूल कर रहे हैं. ऐसे हालातों में बस संचालकों के लिए अपनी बसों को चलाना बेहद मुश्किल हो गया है इसके पहले जब बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने सरकार से बातचीत की थी तो अपनी मांग रखी थी कि मध्यप्रदेश में बसों के किराए में कम से कम 50 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा किया जाए. तब सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया.


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1 मार्च से बड़ी हड़ताल की चेतावनी
बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि अगर सरकार ने बसों का किराया बढ़ाने की मांग पूरी नहीं की तो आने वाली 1 मार्च से मध्यप्रदेश में बसों के पहिए जाम कर दिए जाएंगे और प्रदेश भर में बस संचालक हड़ताल पर चले जाएंगे. 


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