अंबिकापुर: भारत में कोरोनावायरस के बाद अब बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है. राजस्थान, मध्यप्रदेश और हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद छत्तीसगढ़ में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. लेकिन सरगुजा के लोग बर्ड फ्लू जैसी गंभीर बीमारी को नज़रअंदाज़ करते नजर आ रहे है. यहां मटन मार्केट में रोजाना मुर्गे खरीदने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ रही है.


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काकरेल मुर्गे की डिमांड
अंबिकापुर में एक तरफ जहां सरकारी कुक्कुट पालन में चिकित्सक पीपीई किट पहनकर बर्ड फ्लू से बचाव के लिए दवा का छिड़काव कर रहे हैं. वहीं शहर के सबसे प्रचलित मटन मार्केट में बर्ड फ्लू से बचाव के लिए सावधानी नहीं बरती जा रही है. बल्कि मटन दुकानों में बाहरी काकरेल मुर्गे की बिक्री जोरों पर है. मटन दुकान के संचालक व्यापार करने में लगे हुए हैं और आम नागरिक भी बर्ड फ्लू जैसे गंभीर वायरस को नज़र अंदाज़ करते दिख रहे है.


बाहरी मुर्गो पर लगा प्रतिबंध
हालांकि छत्तीसगढ़ के किसी भी जिलों में अभी तक बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ सरगुजा जिले में भी बाहरी मुर्गों के बेचे जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लेकिन मटन संचालक खुद मान रहे हैं कि प्रशासन की ओर से किसी भी तरह का दिशा निर्देश जारी नहीं किया गया है. ऐसे में बर्ड फ्लू को गंभीरता से न लेना आम नागरिकों सहित प्रशासनिक अमले के लिए आने वाले दिनों में घातक साबित हो सकता है.


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संचालको को दी एडवाइजरी
वहीं इस भीड़ पर संजीव कुमार झा कलेक्टर का कहना हैं कि राज्य सरकार के निर्देश पर वेटनरी विभाग के द्वारा सभी सरकारी गैर सरकारी सहित मटन दुकान के संचालकों को एडवाइजरी जारी कर दिया गया है. वहीं हमने जागरूकता अभियान चलाने की योजना भी बनाई है.