55 लाख के हीरे करोड़ों में बेचने की थी प्लानिंग, जानिए असली-नकली हीरों का नागपुर कनेक्शन
बैतूल पुलिस ने असली और नकली हीरे बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है.
इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूलः बैतूल पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. पुलिस ने लूट की एक वारदात के बाद असली और नकली हीरे बेचने वाले गिरोह के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमे दो नाबालिग भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच असली और ढाई सौ नकली हीरे बरामद किए हैं. इन लोगों ने छिंदवाड़ा के व्यापारी प्रिंस सोनी के साथ 31 मई को हुई लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
दरअसल, पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने छिंदवाड़ा के एक व्यापारी को पहले ठगने की कोशिश की. लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसे लूट लिया. मामले की पड़ताल में खुलासा हुआ कि आरोपी नागपुर से लो क्वालिटी के हीरे खरीदकर उन्हें असली बताकर व्यापारियों को ठगते थे. उनके पास से बरामद हीरो की कीमत 55 लाख बताई जा रही है. जिसे ढाई करोड़ में बेचने की योजना थी.
इस तरह हुई थी व्यापारी के साथ लूट
दरअसल, पिछले 31 मई को छिंदवाड़ा का व्यापारी प्रिंस सोनी बैतूल में जेवरात खरीदने के लिए पहुंचा था. यहां उसकी पकड़े गए आरोपियों से जेवर खरीदने की योजना थी. इस व्यापारी ने आरोपियों से ढाई लाख रुपए में 5 नग हीरे खरीद. इस खरीद-फरोख्त के बाद व्यापारी ने आरोपियों से और हीरे खरीदने की इच्छा जताई. जिस पर आरोपी जब हीरे लेकर पहुंचे तो व्यापारी ने इन हीरों को नकली बताकर खरीदने से इंकार कर दिया. जिसके बाद आरोपी और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया. इस विवाद में आरोपियों ने बंदूक की नोक पर व्यापारी प्रिंस सोनी को लूट कर उसके पास से 5 नग हीरे और ढाई लाख रुपए लूट लिए.
कैप्सूल में छिपाते थे हीरे
आरोपी ने इस पूरे मामले की शिकायत बैतूल गंज पुलिस को की थी. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की पड़ताल के लिए एसडीओपी बैतूल नितेश पटेल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. एसआईटी ने जब मामले की पड़ताल की तो संदेही करण झारखंडे को गिरफ्तार किया गया. जिससे पूछताछ में यह बात सामने आई कि करण ने अपने साथी पिंटू नागले, शुभम गायकवाड, रितिक चंद्रहास, पंकज कड़वे, रोहित मरकाम और दो अन्य नाबालिग बालकों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था.
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ और पड़ताल में सामने आया कि यह सभी लोग नागपुर से लो क्वालिटी के हीरे खरीदकर उसे असली बताकर बेचा करते थे. इन हीरो को छिपाने के लिए ये खाली कैप्सूल का इस्तेमाल करते थे. घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ में जुटी है.
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