ग्वालियरः सोमवार रात ग्वालियर जिले के एक घर से झकझोर देने वाली विदाई की खबर मिली. यहां परिवार के कुछ लोग घर के एक दरवाजे से शादी के बाद ननद की विदाई कर रहे थे, वहीं दूसरे दरवाजे से बाकी लोग भाभी की अर्थी ले जा रहे थे. भाभी अपनी ननद की शादी की जिम्मेदारी संभाल रही थी, तभी वह बिजली के पोल से करंट की चपेट में आ गई. उनकी मौत के बाद शादी की तमाम खुशियां पल भर में हवा हो गई.  


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कोरोना के चलते घर में रखी शादी
घटना माधवगंज थाना इलाके से सामने आई, जहां सात भाई की गोठ क्षेत्र में अजय पाल रहते हैं. 31 साल के अजय नगर निगम कर्मचारी हैं, जिनकी चचेरी बहन मनाली की शादी सोमवार को होनी थी. कोरोना गाइडलाइन के चलते मैरिज गार्डन व होटल प्रतिबंधित थे, जिस कारण उन्होंने घर में ही शादी की तैयारियां की. जिसकी पूरी जिम्मेदारी अजय की पत्नी रेणू संभाल रही थीं.


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पीछे के रास्ते से जाते वक्त लगा करंट
सोमवार दोपहर शादी की कुछ रस्मों को पूरा करने के बाद रेणू अपने दूसरे घर जा रही थीं. एक गली में टेंट लगा होने के कारण वह दूसरे रास्ते से गईं, करंट का एक तार रास्ते में लगे पोल को छू रहा था. जैसे ही रेणू ने पोल पर हाथ रखा, करंट लग गया, परिजनों को पता चलते ही वे उसे अस्पताल ले गया. जहां इलाज शुरू होने से पहले ही रेणू ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया. जानकारी मिलते ही पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर बॉडी घर वालों को सौंप दी.


फेरे करवाए और संपन्न कराई शादी
शादी के घर में हर तरफ खुशी का माहौल था. रेणू की खबर पता चलते ही पूरे घर में सन्नाटा छा गया, एक ही झटके में सारी खुशियां, मातम में बदल गई. शादी की रस्मों को कम किया गया, अंत में फेरे और विदाई के साथ ही कार्यक्रम सम्पन्न हुआ.


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इधर डोली, उधर जा रही थी अर्थी
सोमवार रात को ही घर के एक दरवाजे से ननद की डोली को विदा किया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर उसकी भाभी की अर्थी को ले जाया गया. ननद को बताया गया कि उसकी भाभी अब नहीं रहीं. परिवार के आधे लोग विदाई में थे तो आधे शवयात्रा में. दिल दहला देने वाले इस दृश्य में ननद की विदाई से कुछ देर पहले ही भाभी को अंतिम विदाई दी गई.


तीन छोटे बच्चों से छीन गया मां का साया
रेणू और अजय के तीन बच्चे हैं, एक बेटा व दो बेटियां. बेटा देव 10 साल, बेटी मानसी 8 साल और सबसे छोटी बेटी नैनसी मात्र 4 साल की है. घरवालों द्वारा बताया गया कि रेणू हर किसी में बड़ी आसानी से घूल-मिल जाया करती थीं, उनके व्यवहार की हर कोई तारीफ करता था. निधन की सूचना मिलते ही परिजनों को गहरा सदमा पहुंचा.


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