MP News: मध्य प्रदेश के पास टाइगर स्टेट, घड़ियाल स्टेट, वोल्फ स्टेट के साथ ही वल्चर स्टेट का तमगा है. ऐसे में अब अगले साल से शुरुआती महीने में अब गिद्धों की गिनती (Vultures Counting) होना है. मध्य प्रदेश में ये गिनती फरवरी से अप्रैल के बीच होगी. इससे पहले दिसंबर के पहले सप्ताह में वन क्षेत्र की सूची बनाई जाएगी. ये गिनती हर दो साल में होती है. ऐसे में अब वन्य प्रेमी इस बात की चिंता में हैं की मध्य प्रदेश के वल्चर स्टेट (Madhya Pradesh Vulture State) के तमगे का क्या होगा.


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इस साल दो बार होगा गणना
वैसे गिद्धों की गणना साल में एक बार ही कराई जाती है. लेकिन, इस साल ये गणना दो बार होगा. इसके बाद आंकड़े जारी किए जाएंगे. पहले गणना 7 फरवरी 2024 सो होगी इसके बाद अप्रैल में एक बार फिर गिनती कराई जाएगी. इस दोनों दिनों में पूरे प्रदेश में एक साथ ही एक समय पर गणना की जाएगी.


किया जा रहा है सर्वे
गणना को लेकर प्रदेश के टाइगर रिजर्व और सामान्य वन मंडलों के क्षेत्र सर्वे किए जा रहे हैं. जहां, पहले से गिद्ध हैं वहां पहले सर्वे किया जाएगा. इससे पहले 7 फरवरी 2022 में प्रदेश में गिद्धों की गणना की गई थी. उस समय की एक बार की गिनती में 9448 गिद्ध मिले थे.


मध्य प्रदेश है वल्चर स्टेट
बता दें मध्य प्रदेश गिद्ध प्रदेश यानी वल्चर स्टेट है. यहां देश के सबसे ज्यादा गिद्ध हैं. यानी गिद्धों की सर्वाधिक संख्या है. इस कारण भी इस बार दो बार गणना कराई जा रही है. इस बार की गिनती के लिए वन विहार नेशनल पार्क भोपाल को नोडल बनाया गया है.


एमपी के पास हैं ये तमगे
मध्य प्रदेश के पास टाइगर स्टेट(Tiger State), घड़ियाल स्टेट (Crocodile State), वोल्फ स्टेट (Wolf State) के साथ ही वल्चर स्टेट (Vulture State) का तमगा है. ऐसे में अब वन्यजीव प्रेमी इस बात की आशा कर रहे हैं की इस गिनती में भी प्रदेश के पास गिद्धों की गिनती का रिकॉर्ड रहे. हालांकि, अब देखना होगा पहले की तुलना में नंबर घटते हैं या बढ़ते हैं.