Shrinivas Vanga: टिकट नहीं मिलने से CM शिंदे की पार्टी का विधायक नाराज, 36 घंटे से लापता
Maharashtra Chunav: टिकट नहीं दिए जाने से नाराज पालघर से शिवसेना के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा लापता हैं. उनके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी.
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए पर्चा भरने का समय मंगलवार को खत्म हो गया. सत्तारूढ़ बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी के नेतृत्व वाली महायुति में से सबसे अधिक 148 प्रत्याशी भाजपा ने उतारे हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना ने 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी ने 53 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. पांच सीट महायुति के अन्य सहयोगियों को दी गई हैं, जबकि दो सीटों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया.
इन सबके बीच टिकट नहीं दिए जाने से नाराज पालघर से शिवसेना के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा लापता हैं. उनके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी. बहरहाल, वनगा के परिवार ने अभी तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. पालघर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार सुबह बताया कि अभी कोई जानकार नहीं है कि वनगा कहां हैं.
शिवसेना से मिला 'धोखा'
वह सोमवार शाम से ही संपर्क में नहीं हैं. उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी तलाश की लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. उन्होंने वनगा की मानसिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी. शिवसेना द्वारा टिकट न दिए जाने से नाराज वनगा ने सोमवार को पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ देकर तथा उनकी पार्टी में शामिल होकर ‘‘बड़ी गलती’’ की है. वनगा ने शिंदे के प्रतिद्वंद्वी और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे को ‘‘देव मानुस’’ भी बताया था.
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राजेंद्र गावित को मिला टिकट
वनगा की भावुक प्रतिक्रिया के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं और समाचार चैनलों ने भी इन्हें प्रसारित किया है. शिवसेना में विभाजन के बाद श्रीनिवास वनगा ने शिंदे का समर्थन किया था. उन्हें पार्टी द्वारा इस सीट से पुन: नामांकित किए जाने की उम्मीद थी.
बहरहाल, शिवसेना ने पूर्व सांसद राजेंद्र गावित को इस सीट से टिकट दिया है. राजेंद्र ने भी जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के दौरान शिंदे का साथ दिया था.
सीएम शिंदे ने फैमिली को किया फोन
वनगा के लापता होने से पहले उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी मानसिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी और बताया था कि उन्होंने न केवल उनसे बातचीत करना और खाना खाना बंद कर दिया है बल्कि वह रो भी रहे हैं और अपने जीवन को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दे रहे हैं.
ऐसा बताया जा रहा है कि विधायक की स्थिति के बारे में जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने वनगा की पत्नी से संपर्क किया था और उन्हें आश्वासन दिया था कि उनके पति को महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य के रूप में भूमिका देने पर विचार किया जाएगा.
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी.
(इनपुट: एजेंसी भाषा के साथ)