Maharashtra Politics: कौन हैं एकनाथ शिंदे, जिन्हें माना जाता था `मातोश्री` का वफादार! उद्धव ठाकरे को दिया झटका
Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को `मातोश्री` का वफादार कहा जाता था, लेकिन अब उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) झटका दिया है और 17 विधायकों के साथ गायब हो गए हैं.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव (Legislative Council Election) के नतीजे आने के बाद शिवसेना (Shiv Sena) में फूट की खबरें आने लगी है. बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) से शिवसेना का संपर्क नहीं हो पा रहा है, जो गुजरात के एक होटल में रुके हुए हैं. इसके अलावा शिवसेना के अन्य 21 विधायकों से भी पार्टी का संपर्क नहीं हो पा रहा है. इसको लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने दोपहर 12 बजे विधायकों की बैठक बुलाई है.
कौन हैं एकनाथ शिंदे?
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का जन्म 9 फरवरी 1964 को हुआ था और वर्तमान महाराष्ट्र सरकार के नगरविकास मंत्री हैं. एकनाथ शिंदे शुरू से ही शिवसेना से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में ठाणे की पछपाखडी विधानसभा सीट से विधायक हैं. वह महाराष्ट्र विधान सभा में लगातार 4 बार 2004, 2009, 2014 और 2019 में निर्वाचित हुए हैं. एकनाथ शिंदे को सीएम उद्धव ठाकरे का करीबी माना जाता था और उन्हें 'मातोश्री' का वफादार कहा जाता था. बता दें कि मातोश्री महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आवास है.
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1980 के दशक में शिवसेना में हुए शामिल
1970-80 के दशक के महाराष्ट्र के किसी भी अन्य युवा की तरह एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) पर भी शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे का बड़ा प्रभाव था. वह 1980 के दशक में शिवसेना में शामिल हुए और उन्हें किसान नगर का शाखा प्रमुख नियुक्त किया गया. तब से वह पार्टी द्वारा सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को लेकर कई आंदोलनों में सबसे आगे रहे.
2004 में पहली बार पहुंचे विधानसभा
साल 1997 में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को शिवसेना ने ठाणे नगर निगम चुनाव में पार्षद का टिकट दिया और उन्होंने भारी बहुमत से जीत हासिल की. 2001 में वह ठाणे नगर निगम में सदन के नेता के रूप में चुने गए और 2004 तक इस पद पर बने रहे. साल 2004 में एकनाथ शिंदे को बालासाहेब ठाकरे ने ठाणे विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया और उन्होंने भारी बहुमत से जीत हासिल की.
2014 में चुने गए विधायक दल के नेता
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को साल 2005 में शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख के प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त किया गया. इसके बाद वह 2009, 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में विजयी हुए. 2014 के चुनावों के बाद एकनाथ शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता और बाद में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया.
एकनाथ शिंदे बने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री
इसके बाद जब शिवसेना (Shiv Sena) राज्य सरकार में शामिल हुई तो एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने लोक निर्माण विभाग (सार्वजनिक उपक्रम) मंत्री के रूप में शपथ ली. इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाली.
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