Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के सियासी संकट में राम मनोहर लोहिया की एंट्री, संजय राउत ने सफाई देने के लिए लिया सहारा
Maharashtra Political Crisis: संजय राउत एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों पर हमलावर हैं और उन्हें चेतावनी भी दे रहे हैं. उनके एक बयान पर विवाद हो गया. दरअसल, संजय राउत ने गुवाहाटी में बैठे विधायकों को जिंदा लाश करार दिया.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के सियासी संकट को एक हफ्ते हो गए हैं. मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने से ठाकरे सरकार पर संकट आया है. एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके पास 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. शिंदे इन विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हैं. शिंदे असम में बैठकर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा रहे हैं. शिंदे के आरोपों का जवाब देने के लिए शिवसेना की ओर से संजय राउत ने मोर्चा संभाला है.
राउत को लेना पड़ा राम मनोहर लोहिया के नाम का सहारा
संजय राउत एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों पर हमलावर हैं और उन्हें चेतावनी भी दे रहे हैं. इसी बीच, उनके एक बयान पर विवाद हो गया. दरअसल, संजय राउत ने गुवाहाटी में बैठे विधायकों को जिंदा लाश करार दिया. हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी.
संजय राउत ने सफाई देने के लिए स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी और समाजवादी राजनेता राममनोहर लोहिया का सहारा लिया. राउत ने कहा कि जिंदा लाश शब्द राममनोहर लोहिया के हैं. बागी विधायकों पर संजय राउत ने कहा, 'उनकी आत्मा मर चुकी है. सिर्फ शरीर बचा है. वो जिंदा लाशें हैं. यहां (मुंबई) तो उनका शरीर आएगा. जो लोग 40-40 साल पार्टी में रहते हैं और भाग जाते हैं, उनका जमीर मर गया है. उनकी आत्म मर गई है. तो क्या बचता है जिंदा लाश.'
संजय राउत ने आगे कहा कि जिंदा लाश शब्द मेरे नहीं हैं, राम मनोहर लोहिया के शब्द हैं. मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया है. मैंने सत्य कहा है.