Anil Deshmukh news: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. देशमुख ने कहा, 'मुझे झूठे बयान देने के लिए कहा गया. मुझे उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर आरोप लगाने को कहा गया. मेरे पास पेन ड्राइव में इस बात के सबूत हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री देशमुख इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा- 'मुझे कहा गया कि आप हमारी बात मान लो तो जेल जाने से बच जाओगे'.


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देशमुख के आरोपों पर फडणवीस का जवाब


बात निकली तो दूर तक गई. फडणवीस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के कहने पर एफआईआर हुई थी. देशमुख की अपनी पार्टी के सदस्यों के पास उनके खिलाफ ऑडियो-विजुअल सबूत हैं. फडणवीस ने ये भी कहा कि अगर उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाने का दौर जारी रहा, तो उनके पास मौजूद सबूत सार्वजनिक करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.


मुझे 13 महीने जेल में रखा: देशमुख


राजनीति में लोग दशकों पुराने गड़े मुर्दे उखाड़ने लगते हैं. ये तो बस कुछ महीने पहले का मामला है. अपने आरोपों को आगे बढ़ाते हुए देशमुख ने कहा, 'वर्तमान में राज्य के डिप्टी सीएम फडणवीस ने उन्हें उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अनिल परब और अजित पवार के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर एफिडेविट दाखिल करने के लिए कहा था. मैंने वो करने से इनकार कर दिया था. मेरे इनकार करने के चलते ही मेरे पीछे ED, CBI लगाकर मुझे 13 महीने जेल में रखा गया.' 


क्या है पूरा मामला?


महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ये आरोप भी लगाया था कि फडणवीस के एक ‘बिचौलिये’ ने उन्हें मुकदमेबाजी में फंसने से बचने के लिए ये ऑफर देते हुए तत्कालीन महा विकास आघाडी सरकार के बड़े नेताओं के खिलाफ हलफनामा देने को कहा था. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता देशमुख ने अप्रैल, 2021 में गृहमंत्री के पद इस्तीफा दे दिया था क्योंकि मुंबई के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने उनपर गंभीर आरोप लगाए थे कि देशमुख मुंबई पुलिस (Mumbai Police) को शहर के होटल एवं बार मालिकों से वसूली करने को कहते हैं.