मुंबई: पाकिस्तान के थियेटर मालिकों ने भारतीय फिल्मों पर लगाई गई स्वैच्छिक रोक भले हटा ली हो लेकिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने आज कहा कि भारत में बनने वाली फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने का वह विरोध करती रहेगी।


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मनसे की सिनेमा इकाई की प्रमुख अमेय खोपकर ने आज ट्वीट किया, ‘हालांकि पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन भले शुरू कर दिया हो लेकिन हम अपने रूख पर तब तक कायम हैं जब तक कि पाकिस्तान भारत की धरती पर ऐसे हमले बंद नहीं कर देता।’


फिल्म प्रदर्शकों और सिनेमा मालिकों द्वारा दो महीने पहले भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर लगाई स्वैच्छिक रोक हटा लिए जाने के बाद आज से पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन हो सकेगा। भारतीय फिल्मों पर रोक उरी हमले के बाद भारत-पाक संबंधों में आए तनाव के वजह से लगाई गई थी।


सितंबर में उरी हमले के बाद मनसे चित्रपट सेना ने पाकिस्तान कलाकारों को 48 घंटों में देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया था और उन्हें काम देने वालों को भी धमकी दी थी। यह विवाद करण जौहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ की रिलीज के पहले शुरू हुआ था। इस फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान ने काम किया था।


गत 11 दिसंबर को अभिनेता शाहरूख खान ने राज ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की थी। यह मुलाकात इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि खान की आगामी फिल्म ‘रईस’ अगले महीने रिलीज होनी है जिसमें पाकिस्तानी अभिनेत्री माहीरा खान ने काम किया है।