नागपुर: भारत को युद्ध की धमकी देनेवाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का नागपुर में इस साल पुतला बनाया गया है. शहर में 135 साल पहले मारबत-बडग्या की परंपरा चल रही है. पोला उत्सव के दूसरे दिन मारबत निकलती है. इसमें सामाजिक समस्या, राजनैतिक उथल-पुथल की भड़ास मारबत के माध्यम से निकाली जाती है. जुलूस में बडग्या के पुतले सारी समस्याओं को दर्शाते हैं.


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इस साल धारा 370 को हटाने के बाद पाकिस्तान के पीएम की तरफ से दी गई गीदड़भभकी के खिलाफ भड़ास निकाली जाएगी. इसके लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का पुतला 'बडग्या' के रुप में बनाया गया है. मारबत के साथ यह बडग्या की जुलूस कल निकाली जाएगी. उस वक्त इमरान खान के इस बडग्या की जुलूस में हजारों की संख्या में नागपुर के लोग शामिल होते हैं. पीएम इमरान खान के साथ आर्थिक मंदी और बेरोजगारी के मुद्दे पर भी बडग्या बनाये गए हैं. करीब 10 सें 15 फीट के पुतले बनाकर भड़ास निकाली जाती है.


बताया जाता है कि 1881 में नागपुर के भोसले राजघराने की बकाबाई नामक महिला ने विद्रोह कर अंग्रेजों से जा मिली थी. इसके बाद भोसले घराने पर बुरे दिन आ गए थे. इसी बात के विरोध में काली मारबत का जुलूस निकालने की परंपरा चली आ रही है. नागपुर की मारबत संस्कृति 135 वर्ष पुरानी है, जिसमें समाजिक बुराइयों के खिलाफ संदेश दिया जाता है. जिसमें मारबत का एक पुतला रहता है. जुलूस में बडग्या के पुतले समस्या दर्शाते है


छत्रपति बडग्या उत्सव समिति के अध्यक्ष मोरेश्वर वानखेडे का कहना है, ''मारबत में इस साल बडग्या के लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का पुतला होगा. भारत सरकार के 370 हटाये जाने के बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भारत को गीदड़भभकी दे रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान को जवाब देने के लिए हमारी सरकार सक्षम है. लेकिन नागपुर में बडग्या के माध्यम से हम जवाब देना चाहते हैं. इसलिए उनको पाकिस्तान और पीएम इमरान खान के खिलाफ हम बडग्या निकालेंगे.''