Majhi Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन सरकार ने शनिवार को पात्र महिलाओं के लिए महत्वाकांक्षी ‘माझी लाड़की बहिन’ योजना की औपचारिक शुरुआत की. इसे चुनाव से पहले तुरुप का इक्का कहा जा रहा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यदि महायुति सत्ता में आता है तो मासिक भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये किया जाएगा. 'माझी लाड़की बहिन' योजना से लगभग एक करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सकता है. 


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'मुख्यमंत्री मांझी लाड़की बहिन' योजना


असल में शिवसेना-भाजपा-राकांपा गठबंधन (महायुति) सरकार ने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के कुछ महीने बाद 'मुख्यमंत्री मांझी लाड़की बहिन' योजना की शुरुआत करने का फैसला किया है. वहीं, आगामी विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन को विपक्षी महाविकास अघाडी से कड़ा मुकाबला मिलेगा. 


 'लाडली बहना योजना' की तर्ज पर 


मध्यप्रदेश सरकार की 'लाडली बहना योजना' की तर्ज पर बनाई गई इस योजना के तहत 21-60 वर्ष आयु की उन विवाहित, तलाकशुदा और निराश्रित महिलाओं को 1,500 रुपये मासिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये है. शिंदे ने पुणे के बालेवाड़ी क्षेत्र में शिव छत्रपति खेल परिसर में निर्मित 'रैम्प-कम-वॉक-वे' के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा, ''यदि हमें आपका सहयोग प्राप्त हुआ तो हम आपको 3,000 रुपये से अधिक की धनराशि देंगे.'' 


मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एक भव्य समारोह के दौरान इस योजना की औपचारिक रूप से शुरुआत की. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना सहित एमवीए के विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर महिलाओं के मत खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने 1,500 रुपये प्रति माह के 'मामूली' आवंटन पर सवाल उठाया. 


बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया जाएगा


शिंदे ने समारोह में मौजूद महिलाओं से कहा, ''अगर आप हमें ताकत देंगे तो 1,500 रुपये की मौजूदा राशि को बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया जाएगा. अगर हमें आपका समर्थन मिला तो हम आपको 3,000 रुपये से अधिक दे सकते हैं. वे (एमवीए) इस योजना का विरोध कर रहे हैं, लेकिन महायुती आपके साथ खड़ी है.'' शिंदे ने युवाओं और समाज के अन्य वर्गों के लिए महायुति सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी बताया. 


उन्होंने कहा, ''हमने 'लाड़का भाऊ' (प्यारे भाइयों) के लिए एक नयी योजना भी शुरू की है.'' युवाओं को नौकरी प्रशिक्षण और वेतन देने के उद्देश्य से शुरू की गई नयी योजना को अस्थायी रूप से 'लाड़का भाऊ' योजना का नाम दिया गया है. यह 'मुख्यमंत्री युवा कार्यक्रम प्रशिक्षण योजना' का हिस्सा है.