I.N.D.I.A. Alliance: सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान पर विपक्ष में फूट, ममता बनर्जी ने दे दी ये नसीहत
I.N.D.I.A. Alliance Sanatan Dharma: सनातन धर्म के अपमान पर उदयनिधि स्टालिन के बयान पर सियासत जारी है. बीजेपी नेता इंडिया गठबंधन के नेताओं से पूछ रहे हैं आखिर वो उदयनिधि के बयान पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. इस बीच, सीएम ममता बनर्जी ने सभी धर्मों के सम्मान की नसीहत दी है.
Udaynidhi Stalin Statement: सनातन धर्म (Sanatan Dharma) पर उदयनिधि स्टालिन (Udaynidhi Stalin) के बयान के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन में घमासान छिड़ गया है. जो गठबंधन एक-साथ जीने मरने की कसमें खा रहा है, 2024 के चुनाव में मोदी सरकार को हराने का दम भर रहा है उसमें ही नेताओं के अलग सुर सामने आने लगे हैं. उदयनिधि ने तो पहले विवादित बयान दिया, जब बवाल शुरू हुआ तो उदयनिधि ने कहा उन्होंने जातिवाद की निंदा करते हुए बयान दिया था. लेकिन अब इसपर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडिया के सभी नेताओं को नसीहत दी है.
सनातन के खिलाफ बयान को दोहराया
उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि मैंने सभी धर्मों को शामिल किया, सिर्फ हिंदुओं को नहीं. मैंने जातिवाद की निंदा करते हुए वो बात बोली थी. मैंने जो भी कहा वही बात बार-बार दोहराऊंगा. मैंने सभी धर्मों को शामिल किया, सिर्फ हिंदुओं को नहीं.
ममता बनर्जी की नसीहत
गौरतलब है कि उदयनिधि स्टालिन ने I.N.D.I.A. गठबंधन को मुश्किल में फंसा दिया है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने खुलकर उदयनिधि स्टालिन के बयान का विरोध किया. ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे लगता है हर धर्म का सम्मान करना चाहिए. मैं सबसे हार्दिक निवेदन करती हूं कि आप ऐसी कोई टिप्पणी न करें जिससे बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समाज की भावनाएं आहत हों. हमारे देश में विविधता में एकता है.
कांग्रेस की मुश्किल बढ़ी
जान लें कि सबसे ज्यादा मुश्किल तो कांग्रेस को हो रही है, न उगलते बन रहा है, न निगलते बन रहा है. वहीं, बीजेपी ने कहा कि उदयनिधि के बयान के जरिए भारत की सभ्यता को गाली देने का कॉम्पिटिशन अचानक ही शुरू नहीं हुआ है. मुंबई में हुई बैठक के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन इस तरह के बयान देने लगा है. ये एक सुनियोजित हमला है.
बीजेपी ने किया पलटवार
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कभी उदयनिधि, कभी प्रियांक खड़गे, कभी कार्ति चिदंबरम, कभी बिहार के शिक्षा मंत्री, कभी स्वामी प्रसाद मौर्य अलग-अलग समय पर इस काम पर लग गए हैं. जिस प्रकार भारत की सभ्यता को गाली देने में अपमानित करने में कॉम्पिटिशन शुरू हो गया है. ये घटना अचानक नहीं हुई है. जाहिर है सनातन धर्म को लेकर सियासी दल एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ने में लगे हैं लेकिन बयानों के जरिए विवाद का पिटारा तो खुल ही गया है.