मणिपुर में Violence Out of Control, चुराचांदपुर में देर रात अंधाधुंध फायरिंग, पसरा तनाव
Manipure voilence Update: मणिपुर के चुराचांदपुर में अंधाधुंध फायरिंग हो रही है. चुराचांदपुर के तोरबुंग में गोलीबारी की वजह से तनाव के हालात बने हुए हैं. हालांकि, मौके पर असम राइफल्स के जवान तैनात हैं.
Manipure Voilence News: मणिपुर में फैली जातीय हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है. मणिपुर से एक बड़ी खबर आ रही है कि जहां से इस जातीय इंसान ने जन्म लिया था, उसी चुराचांदपुर में अंधाधुंध फायरिंग हो रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चुराचांदपुर के तोरबुंग में तनाव के हालात बरकार हैं. इस इलाके में देर रात अंधेरे में गोलीबारी हो रही हैं. हालांकि, मौके पर असम राइफल्स के जवान मौजूद हैं. आपको बता दें कि पिछले दो महीने से अधिक वक्त से मणिपुर जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. मणिपुर के कई इलाकों में आगजनी, लूटपाट, डकैती और गोलीबारी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं.
नहीं थम रही मणिपुर हिंसा
हाल ही में मणिपुर से एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें 2 लड़कियों को निर्वस्त्र करने उनसे इलाके भर में परेड कराई गई. इस वीडियों के वायरल होने के बाद पूरे देश में इस घटना की निंदा हुई. वहीं, इस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पीएम मोदी ने भी इस घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया था और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी.
क्यों हो रही है हिंसा
मणिपुर हाई कोर्ट ने 3 मई को गैर जनजातीय मैतेई समुदाय को एसटी का दर्जा देने के निर्देश दिए थे. इसी फैसले के विरोध में 3 मई को ऑल इंडिया ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन ने 'एक आदिवासी एकता' मार्च बुलाया था. इस मार्च में कुकी और मैतेई समुदाय के लोग आमने सामने आ गए, जिसके बाद से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है. आपको बता दें कि मणिपुर में कुल 33 मान्यता प्राप्त जनजातियां हैं जिनमें कुकी और नागा मुख्य हैं. वहीं मैतेई यहां के बहुसंख्यक समुदाय में शामिल है. गौरतलब है कि राज्य में 60 में से करीब 40 विधायक मैतेई समुदाय से आते हैं. जबकि, मणिपुर के कुल आबादी में मैतेई की हिस्सेदारी करीब 53 फीसदी की है.